बस हादसे के मरीज बोले, विधायक जी अब क्यों आए हो
मेडिकल कॉलेज में सही उपचार न मिलने व सफाई कर्मचारियों पर अभद्र व्यवहार पर लोगों का गुस्सा फूट गया।
- मेडिकल कॉलेज में सही उपचार न मिलने व सफाई कर्मचारियों पर अभद्र व्यवहार का लगाया आरोप
- विधायकों के आने की भनक लगते बदली गई खून से लथपथ बेडशीट्स, अस्पताल में खटमल भी कर रहे परेशान
जागरण संवाददाता, चंबा : पंडित जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में लूणा बस हादसे के घायलों का कुशलक्षेम पूछने पहुंचे विधायकों पवन नैय्यर और जिया लाल को शुक्रवार को मरीजों व तीमारदारों के गुस्से का शिकार होना पड़ा। घायलों ने अस्पताल में सफाई व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हुए स्टाफ पर मरीजों के साथ बदसलूकी करने के आरोप लगाए। साथ ही एक्स-रे के बाद कई घायलों को दो दिन बाद भी जांच कर दवाएं न देने का मामला भी उन्होंने विधायकों के समक्ष उठाया। वहीं, एक घायल ने तो पूरी व्यवस्था को ही कटघरे में खड़ा कर दिया। विधायकों के अस्पताल आने को ही उसने राजनीति करार दे दिया। उन्होंने सवाल उठाया कि इतना बड़ा हादसा होने के बाद न तो राज्य के परिवहन, स्वास्थ्य और न ही पीडब्ल्यूडी मिनिस्टर ने यहां आना उचित समझा।
बुधवार को भरमौर विधानसभा क्षेत्र के लूणा-छतराडी ¨लक रोड पर एक निजी बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। हादसे में तीन लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 62 यात्री घायल हुए हैं। शुक्रवार को भरमौर-पांगी के विधायक जिया लाल और चंबा सदर के पवन नैय्यर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल पहुंचे तो लोग काफी उग्र दिखे। इस दौरान मरीजों और तामीरदारों ने विधायकों के समक्ष अस्पताल स्टाफ पर बदसलूकी करने के आरोप भी जड़े हैं। आरोप : विधायकों का अस्पताल दौरा राजनीति से प्रेरित
हादसे के बाद उन्हें अस्पताल तक पहुंचाने और मौके पर स्थानीय लोगों ने भरपूर मदद की। लेकिन मेडिकल कॉलेज में उसकी न तो जांच की गई और न ही दवा दी गई। घायलों के साथ स्टाफ ने बदतमीजी भी की है। अस्पताल में विधायकों के आना राजनीति से प्रेरित है। जिस सड़क पर दुर्घटना हुई है, वह रोड पीडब्ल्यूडी की ओर से अभी पास नहीं किया गया था। चूंकि यहां पर सड़क खराब थी, बावजूद इसके बस इस रोड पर चलती रही और कोई कार्रवाई नहीं की।
सुदेश कुमार, उपप्रधान एवं कूंर हादसे का घायल। नहीं चलने देंगे इस रूट पर बस
बस रूट प्राइवेट ठेकेदारों को बेच कर सरकारी रूट फेल करके रख दिए हैं। उक्त क्षेत्र के लिए तीन माह से बस सेवा बंद पड़ी है। जब तक रोड पर बस चलाने के लिए पीडब्ल्यूडी की एनओसी नहीं दी जाती, तब तक यहां बस सेवा नहीं चलने दी जाएगी।
सुनील ठाकुर, निवासी कूंर घायलों को नहीं मिला सही उपचार
मेडिकल कॉलेज चंबा में प्रबंधन की अव्यवस्था के चलते घायलों को सही उपचार नहीं मिल रहा है। अस्पताल में भर्ती होने के बाद एक्स-रे तक नहीं किए गए थे, जब एक्स-रे हुए तो मरीजों की जांच नहीं की तो अभी तक दवाएं भी नहीं दी गई हैं। इसके अलावा अस्पताल के शौचालय ब्लॉक थे और यहां गंदगी का आलम है।
बिनता ठाकुर, निवासी कूंर
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बस हादसे के घायलों की बेडशीट्स खून से लथपथ थीं और जब अस्पताल प्रबंधन को विधायकों के यहां पहुंचने की सूचना मिली थी, तो अफरा-तफरी में बेडशीट्स चेंज की गई और शौचालयों में भी व्यवस्था बनाने में जुट गए।
पवन ठाकुर, हादसे में घायल निवासी कूंर। ......
मेडिकल कॉलेज चंबा नाममात्र का मेडिकल कॉलेज है। यहां इतनी अव्यवस्था है कि मरीज अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। यहां पर मरीजों का हाल जानने वाला ही कोई नहीं है। रात को खटमल इतने हैं कि सोना भी मुश्किल हो रहा है।
भागी ¨सह, निवासी कूंर। ........
मेडिकल कॉलेज चंबा में उपचाराधीन घायलों का अस्पताल में नि:शुल्क उपचार किया जा रहा है। अगर किसी सफाई कर्मचारी द्वारा मरीजों के साथ अभद्र व्यवहार किया गया है तो इसकी जांच करने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. विनोद शर्मा, चिकित्सा अधीक्षक मेडिकल कॉलेज चंबा। मेडिकल कॉलेज में उपचाराधीन घायल लोगों का हालचाल जानने के बाद पता चला है कि यहा पर उन्हें सही उपचार नहीं मिल रहा है। साथ ही अभद्र व्यवहार भी किया जा रहा है। लिहाजा भविष्य में मरीजों के साथ अभद्र व्यवहार न हो, इसके लिए सभी वार्डो में कैमरे स्थापित करने के आदेश दिए हैं।
पवन नैय्यर, विधायक सदर चंबा मेडिकल कॉलेज में उपचाराधीन घायलों ने बताया कि उनका सही उपचार नहीं किया जा रहा है। साथ ही दवाएं भी समय पर नहीं दी जा रही हैं। इसके लिए कॉलेज प्रबंधन को उचित व्यवस्था करने के आदेश दिए हैं। साथ ही मेडिकल कॉलेज के शौचालयों के जो दरवाजे टूटे हैं उनकी मरम्मत करवाने को कहा है। कॉलेज की मरम्मत पर खर्च हुए करोड़ के बजट की जांच के लिए स्वास्थ्य सचिव को भी पत्र लिखा जाएगा।
जिया लाल कूपर, विधायक भरमौर क्षेत्र।