साचपास की बहाली में जुटा पीडब्ल्यूडी
विकास खंड पांगी को जिला मुख्यालय से जोड़ने वाले सबसे नजदीकी मार्ग साचपास को खोलने के लिए लोक निर्माण विभाग पांगी अनेक चुनोतियों के बाद भी युद्ध स्तर कार्य कर रहा है। कोरोना जैसी महामारी के चलते लॉकडाउन का पूरा ध्यान सोशल डिस्टेंसिग के साथ बर्फ हटाने का कार्य किया जा रहा है। किलाड़ और चंबा के बीच करीब 1
संवाद सहयोगी, पांगी : विकास खंड पांगी को जिला मुख्यालय से जोड़ने वाले सबसे नजदीकी मार्ग साचपास को खोलने के लिए लोक निर्माण विभाग पांगी कई चुनौतियों के साथ मैदान में डटा हुआ है। लॉकडाउन के दौरान शारीरिक दूरी के साथ बर्फ हटाने का कार्य किया जा रहा है। किलाड़ और चंबा के बीच करीब 180 किलोमीटर का यह मार्ग भारी बर्फबारी के कारण करीब छह से सात माह तक बंद रहता है। साचपास बंद होने के बाद पांगी के लोगों को वाया जम्मू होते हुए छह से सात सौ किलोमीटर का सफर कर जिला मुख्यालय पहुंचना पड़ता है। इस बार लोक निर्माण विभाग ने मार्च माह में साचपास को खोलने का कार्य शुरू कर दिया था। करीब 70 किलोमीटर तक मार्ग पर बर्फ हटाने का कार्य भी पूर्ण कर लिया गया था, लेकिन, मार्च के अंतिम सप्ताह में बर्फबारी होने के बाद जिन नालों के गलेशियरों को काट कर मार्ग बहाल किया था, वहां फिर से गलेशियरों के आने से लोक निर्माण विभाग के लिए परेशानी पैदा हो गई है। तापमान में भारी गिरावट आने से काम करने की रफ्तार धीमी हो गई है। कोरोना के कारण भी कुछ समय के लिए काम करने की गति धीमी हो गई थी, लेकिन, वर्तमान समय में विभाग किसी भी सूरत में काम की रफ्तार को धीमा नहीं होने देना चाहते। उक्त मार्ग जिला मुख्यालय से जुड़ने का सबसे नजदीकी मार्ग होने के चलते पांगी घाटी के लोगों को सुविधाएं पहुंचाने का बेहतर विकल्प है। साचपास को खोलने का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। लॉकडाउन से कार्य करने में किसी प्रकार की कोई बाधा उत्पन्न नहीं होने दी जा रही है। शारीरिक दूरी को ध्यान में रख कर कार्य किया जा रहा है। सोमवार को किलाड़ से दुनाई और बैरागढ़ से काला वन तक मार्ग को बहाल करने के प्रयास जारी हैं। साथ ही मई माह में पांगी को जिला मुख्यालय से जोड़ने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
जीत सिंह ठाकुर, अधिशासी अभियंता लोनिवि।