Himachal: भारी बारिश व बर्फबारी के बाद अब पटरी पर लौटने लगी जिंदगी, 74 मार्ग बहाल
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और बर्फबारी के बाद अब जीवन सामान्य हो रहा है चंब में प्राकृतिक कारणों के कारण 98 मार्ग बंद हो गए थे जिनमें से 74 मार्ग बहाल कर दिये गये हैं।
चंबा, जेएनएन। जिला चंबा में बीते दिनों हुई भारी बारिश तथा बर्फबारी से पटरी से उतरी जिंदगी बुधवार, वीरवार तथा शुक्रवार को अच्छी धूप खिलने से दोबारा पटरी पर लौटने लगी है। जिले में भारी बरसात तथा बर्फबारी के कारण भूस्खलन से 98 मार्ग बंद हो गए थे, जिनमें से 74 मार्ग शुक्रवार तक बहाल कर दिए गए हैं। शनिवार को शेष 24 मार्गों को बहाल करने का कार्य शुरू किया जाएगा।
जिला चंबा में बंद पड़े अधिकतर मार्गों पर यातायात बहाल होने से चालकों सहित आम लोगों ने राहत की सांस ली है। वर्तमान समय में मौसम साफ चल रहा है। ऐसे में शेष बचे 24 मार्गों के जल्द बहाल होने की लोगों को उम्मीद जगी है। भारी बारिश व बर्फबारी से भूस्खलन होने के कारण सड़कों की हालत खस्ता हो गई है, जिस कारण शुक्रवार को एक दिन के भीतर लोक निर्माण विभाग को करीब 48 लाख का नुकसान उठाना पड़ा है।
गौरतलब है कि जिला चंबा में भारी बारिश तथा बर्फबारी के कारण हर साल भूस्खलन होने तथा डंगे गिरने के कारण लोक निर्माण विभाग को नुकसान उठाना पड़ता है। लोगों को भी यातायात में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। प्रशासन द्वारा भी लोगों को भारी बारिश होने पर सफर करने से बचने की सलाह दी जाती है। बर्फबारी के कारण सबसे अधिक दिक्कतें पांगी घाटी केलोगों को झेलनी पड़ रही हैं। घाटी में इतनी अधिक बर्फबारी हुई है कि मार्गों के जल्द बहाल होने की कम उम्मीद है। बहरहाल, लोक निर्माण विभाग ने अधिकतर मार्गो को बहाल करवाकर लोगों को राहत प्रदान कर दी है।
शुक्रवार को बंद पड़े मार्ग
मंडल बंद पड़े मार्ग नुकसान
डलहौजी 01 15 लाख
चंबा 01 02 लाख
तीसा 04 15 लाख
सलूणी 01 03 लाख
भरमौर 02 04 लाख
किलाड़ 15 09 लाख
जिला चंबा में भारी बारिश तथा बर्फबारी के कारण भूस्खलन तथा अन्य कारणों से बंद पड़े मार्गों को बहाल करने का कार्य युद्धस्तर पर जारी है। अधिकतर मार्गों को अब तक बहाल किया जा चुका है। जबकि, शेष बचे मार्गों को बहाल करने के लिए कार्य किया जा रहा है। यदि मौसम मेहरबान रहता है तो जल्द ही सभी मार्गों को यातायात के लिए बहाव करवा कर लोगों को राहत प्रदान कर दी जाएगी।
-दिवाकर पठानिया, अधीक्षण अभियंता लोनिवि।
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