एचआरटीसी के चंबा डिपो में गड़बड़झाले की जांच के बीच कैशियर लापता, भाई ने लिखवाई गुमशुदगी की रिपोर्ट
HRTC Chamba Depot मामले की जांच के बीच चंबा के एचआरटीसी कार्यालय का कैशियर लापता हो गया है।
शिमला/चंबा, जेएनएन। हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) के चंबा डिपो में चालकों, परिचालकों के ओवरटाइम और रात्रि भत्तों के पैसे को डकारने के आरोपों में घिरे कर्मचारी ने हाइकोर्ट से अग्रिम जमानत ले ली है। इस पूरे मामले की जांच के बीच चंबा के एचआरटीसी कार्यालय का कैशियर लापता हो गया है। बताया जा रहा है कैशियर सोमवार को कार्यालय आया था। लेकिन दोपहर के वक्त वह कार्यालय से कहीं चला गया और वापस नहीं आया। कैशियर के भाई ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई है।
ऑडिट पर भी उठे सवाल
डिपो के लेखे जोखों का हर साल ऑडिट होता है, लेकिन गड़बड़ी की शिकायत से ऑडिट भी सवालों के घेरे में आ गया है। हालांकि गड़बड़ी कितने पैसों की हुई है, इसका पता जांच पूरी करने के बाद ही चल पाएगा। इस संबंध में दस्तावेजों की बारीकी से पड़ताल की जा रही है।
संघ ने लगाए कई तरह की धोखाधड़ी के आरोप
हिमाचल परिवहन मजदूर संघ ने कई आरोप लगाए हैं। संघ के प्रदेश अध्यक्ष शंकर ङ्क्षसह ठाकुर ने दावा किया कि 2017 से 2019 तक एक कर्मचारी के सैलरी अकाउंट में परिवहन कर्मचारियों का साढ़े 11 लाख रुपये से ज्यादा पैसा जमा हुआ है। आरोप है कि चंबा डिपो में ऐसी धोखाधड़ी और हेराफेरी न केवल चालकों और परिचालकों के साथ की गई, बल्कि चंबा से ट्रांसफर, रिटायर हुए कई कर्मचारियों के पैसे को भी अपनी सैलरी अकाउंट में जमा करवाया गया है। आरोप है कि 2 अक्टूबर, 2017 को चंबा से ट्रांसफर हुए एक इंस्ट्रक्टर के एरियर का 16,448 रुपये भी सैलरी अकाउंट में डाल दिए गए। संघ ने इसे लेकर तत्काल एफआइआर दर्ज करने की मांग की है।
क्या है शिकायत
हिमाचल प्रदेश परिवहन मजदूर संघ ने मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन में शिकायत की है। इस शिकायत में आरोप लगाया कि डिपो में चालकों, परिचालकों को रात्रि भत्ता, ओवरटाइम का पैसा हड़पा गया है। इसमें लाखों रुपये के गड़बड़झाले का आरोप है।
अभी जांच पूरी नहीं हुई है। घपला हुआ या नहीं। इस बारे में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। आरोप सही पाए गए तो आरोपित पर कार्रवाई होगी। -सुभाष सन्होत्रा, क्षेत्रीय प्रबंधक, एचआरटीसी, चंबा डिपो।