35 किसानों ने कुदरती खेती पर हासिल किए टिप्स
जागोरी रूरल चैरीटेबल ट्रस्ट चंबा द्वारा किसानों के लिए जिला मुख्यालय में तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें विकास खंड तीसा सलूणी तथा मैहला के 35 किसान भाग ले रहे हैं। कार्यशाला में स्त्रोत व्यक्ति के रूप में गुरप्रीत सिंह मौजूद रहे। इसके पहले दिन स्त्रोत व्यक्ति ने कहा कि हमारी सेहत को पांच जहर नुकसान पहुंचा रहे हैं। ये पांच जहर रिफाइंड मैदा सुपरफाइन आटा चीनी तथा एल्यूमीनियम के बर्तन हैं। ये हमारे शरीर की हड्डियों को कमजोर लीवर ब्रेन हैम्रेज शूगर तथा अधरंग आदि रोग उत्पन्न करते हैं। कुदरती खेती पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि खेती के लिए पांच
संवाद सहयोगी, चंबा : जागोरी रूरल चैरीटेबल ट्रस्ट चंबा द्वारा किसानों के लिए जिला मुख्यालय में तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें विकास खंड तीसा, सलूणी तथा मैहला के 35 किसान भाग ले रहे हैं। कार्यशाला में स्त्रोत व्यक्ति के रूप में गुरप्रीत सिंह मौजूद रहे। इसके पहले दिन स्त्रोत व्यक्ति ने कहा कि हमारी सेहत को पांच जहर नुकसान पहुंचा रहे हैं। ये पांच जहर रिफाइंड, मैदा, सुपरफाइन आटा, चीनी तथा एल्यूमीनियम के बर्तन हैं। ये हमारे शरीर की हड्डियों को कमजोर, लीवर, ब्रेन हेम्रेज, शूगर तथा अधरंग आदि रोग उत्पन्न करते हैं। कुदरती खेती पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि खेती के लिए पांच चीजें उपलब्ध होनी चाहिए। इनमें बीज, जमीन, पानी, वायु तथा रोशनी शामिल हैं। इनमें से एक भी चीज न होने पर खेती नहीं की जा सकती है। कार्यशाला में जागोरी धर्मशाला से रेखा, सोनी ने भी अहम भूमिका निभाई।