बिना अध्यापक कैसे निखर पाएंगे विद्यार्थी
डलहौजी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले राजकीय उच्च पाठशाला सरार में तीन वर्षों से तीन अध्यापकों के पद रिक्त हैं।
संवाद सूत्र, तेलका : विधानसभा क्षेत्र डलहौजी के अंतर्गत आने वाली राजकीय उच्च पाठशाला सरार में तीन साल से स्टाफ की कमी के कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। सरार स्कूल में टीजीटी नॉन मेडिकल व दो टीजीटी आर्ट्स अध्यापकों के सहित एक क्लर्क का पद रिक्त है। इससे स्कूल में छठी से दसवीं कक्षा तक पढ़ने वाले करीब 80 बच्चों को गणित व अंग्रेजी जैसे महत्वपूर्ण विषयों की पढ़ाई करने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
अभिभावकों का कहना है कि गत वर्ष स्कूल में करीब 100 से अधिक बच्चे पढ़ाई कर रहे थे। लेकिन गणित व अंग्रेजी विषयों के अध्यापक न होने के कारण उन्हें अपने बच्चों को मीलों दूर अन्य स्कूलों में भेजना पड़ रहा है। एसएमसी अध्यक्ष तिलक राज व सदस्य मनोहर लाल, निधिया राम, काया देवी, वीना देवी, ¨बदु, ज्ञान चंद, कमलेश कुमार, हंसराज, रोशन लाल, रमेश कुमार व हरीश ¨सह का कहना है कि स्कूल में अध्यापकों की कमी के कारण उनके बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। लोगों का कहना है कि उन्होंने कई बार सरकार व विभाग से स्कूल में पदों को भरने की मांग की, लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हो पाया है। लोगों ने सरकार व विभाग से मांग की है कि सरार स्कूल में अध्यापकों के पदों को भरा जाए। अन्यथा उन्हें सड़क पर उतर कर प्रदर्शन करना पड़ेगा।
मुख्याध्यापक रमाकांत ने बताया कि समय-समय पर पत्राचार के माध्यम से स्कूल में रिक्त पदों की सूची विभाग के उच्चाधिकारियों को भेजी जाती है। स्कूल में रिक्त पदों का ब्योरा विभाग को भेजा जाए, ताकि अध्यापकों के पदों के बारे में उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया जा सके। विभाग द्वारा समय-समय पर उच्चाधिकारियों को रिक्त पदों के बारे में अवगत करवाया जा रहा है।
देवेंद्रपाल, उच्च शिक्षा उपनिदेशक चंबा।