वाट्सएप पर अनजान लिंक या मैसेज का न दें जवाब
संवाद सहयोगी सलूणी अब साइबर ठग वाट्सएप पर भी सक्रिय हो गए हैं। वे अलग-अलग तरीके अपनाकर
संवाद सहयोगी, सलूणी : अब साइबर ठग वाट्सएप पर भी सक्रिय हो गए हैं। वे अलग-अलग तरीके अपनाकर लोगों के बैंक खातों में सेंध लगा रहे हैं। साइबर अपराधी इन दिनों इस प्लेटफार्म पर पैसे ठगने के लिए नए स्कैम का सहारा ले रहे हैं। ये स्कैम हेलो माम और हेलो डेड है। इसके बाद रुपये ठगने की प्रक्रिया शुरू होती है। यह जानकारी डीएसपी सलूणी आइपीएस मयंक चौधरी ने साझा की। उन्होंने बताया कि साइबर अपराधी पहले वाट्सएप पर यूजर्स के हिसाब से हेलो माम और हेलो डेड का मैसेज भेजते हैं। इसके बाद वे सामने वाले को अपना बेटा या बेटी बताते हुए कहते हैं कि वे काफी मुसीबत में हैं और उन्हें कुछ पैसे चाहिए।
अलग नंबर से मैसेज भेजने का कारण पूछने पर वे इसे किसी मुसीबत से जोड़ देते हैं और कहते हैं कि फोन चोरी हो गया है। किसी दोस्त से फोन लेकर मैसेज कर रहा हूं। कुछ मामलों में तो ठग फर्जी अकाउंट भी बना लेते हैं। भरोसा दिलाने के बाद वे रुपये भेजने को कहते हैं।
उन्होंने कहा कि इस तरह की ठगी से बचने के लिए लोगों का सतर्क रहना बहुत जरूरी है। लोग अनजान नंबर से आने वाले मैसेज को नजरअंदाज करें। यदि आपको लगता है कि अनजान नंबर वाला आपका परिचित है या आप उस मैसेज को पढ़ रहे हैं तो यहां तक भी कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन मैसेज में दिए किसी भी लिंक पर क्लिक न करें। अनजान नंबर से या खुद को आपका रिश्तेदार बताते हुए आए मैसेज में अगर पैसों की मदद मांगी जाए तो रुपये ट्रांसफर न करें। रुपये भेजने से पहले वैरिफाई जरूर करें कि वह असली आदमी है या नकली। इसके लिए आप उस शख्स के असली नंबर पर काल करें, जिसकी पहचान वो आपको बता रहा है। रुपये ट्रांसफर करने से पहले अकाउंट होल्डर का नाम भी चेक करें। यदि मदद मांगने वाले का नाम और खाते में दिए गए नाम में अंतर है तो आपको अलर्ट होने की जरूरत है। हेलो माम और हेलो डेड वाले मैसेज को नजरंदाज करें।