मार्ग खुल चुके हैं फिर भी बस सेवाएं बहाल नहीं
पांगी घाटी में भले ही इस बार कम हिमपात हुआ हो बावजूद इसके लोगों की दिक्कतें कम नहीं हुई हैं।
कृष्ण चंद राणा, पांगी
पांगी घाटी में भले ही इस बार कम हिमपात हुआ हो, बावजूद इसके लोगों की दिक्कतें कम नहीं हुई हैं। घाटी में बर्फ पिघलने व मार्ग खुलने के बाद भी एचआरटीसी की बस सेवा बहाल नहीं हुई है। निजी वाहन या टैक्सियां ही एक स्थान से दूसरे स्थान तक लोगों को पहुंचा रहे हैं। टैक्सी चालक लोगों से मनमाने दाम वसूल रहे हैं। करोड़ों रुपये खर्च करके खोली गई इन सड़कों का आम आदमी को फायदा नहीं हो रहा है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि पांगी में बर्फबारी होती है लेकिन अब मशीनों का युग है। दो-चार दिन के बाद लोक निर्माण विभाग और सीमा सड़क संगठन सड़कों को खोल देते हैं। प्रदेश के जिला किन्नौर, शिमला, कुल्लू, चंबा के चुराह डलहौजी समेत कई ऊंचाई वाले स्थानों पर मौसम खुलते ही बस सेवाएं उपलब्ध करवाई जा सकती हैं तो पांगी में भी किलाड़ से सैचुनाला बस चलाई जा सकती है। इसका फायदा फिदरू, साच, साहली, सैचुनाला और शून पंचायतों, किलाड़ से शौर बस का फायदा मिधल रेई पुरथी और शौर पंचायतों के लोगों को, किलाड़-सुराल बस सेवा का लाभ धरवास, लुज सुराल पंचायतों के लोगों को होगा।
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मौसम खुल चुका है। इस बार कम हिमपात हुआ है। मार्गो के बहाल होने पर तुरंत बस सेवा को बहाल किया जाना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जल्द सेवा बहाल करने के संबंध में उचित कदम उठाने चाहिए।
-नेक चंद, निवासी पांगी।
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पांगी घाटी के लोगों को बस सेवा न मिलने के कारण दिक्कतें बढ़ी हुई हैं। एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचने के लिए टैक्सी का सहारा लेना पड़ रहा है, जिससे अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ रहा है।
-जन्म सिंह, निवासी पांगी।
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जब भी सड़कों को बहाल किया जाता है तो उसके बाद बस सेवा को बहाल करने में किसी तरह की परेशानी नहीं होनी चाहिए। क्योंकि बस सेवा बहाल न होने का असर सीधे लोगों पर पड़ रहा है।
-देवी चंद, निवासी पांगी।
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पांगी घाटी में बंद पड़ी बस सेवाओं को जल्द से जल्द बहाल किया जाए, ताकि लोगों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचने के लिए दिक्कतों का सामना न करना पड़े।
-राम सिंह, निवासी पांगी।
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इस बारे में मुख्यमंत्री, विधायक और हिमाचल पथ परिवहन के उच्चाधिकारियों से बातचीत करके जैसी परिस्थिति बनेगी, उसके हिसाब से स्टाफ को बुलाया जाएगा। इसके साथ-साथ मौसम पर भी नजर रखकर सेवाएं आरंभ करवाने के कोशिश की जाएगी।
-कल्याण सिंह ठाकुर, सदस्य जनजाति सलाहकार परिषद पांगी।
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मैं जरूरी बैठक के चलते घाटी से बाहर गया हूं। बुधवार तक ही मैं पांगी पहुंच पाऊंगा। इसके बाद एचआरटीसी के स्टाफ को बुलाया जाएगा। यदि मौसम ने साथ दिया तो घाटी में बस सेवा शुरू कर दी जाएगी।
-सुखदेव सिंह राणा, आरसी पांगी।