परेल में गड्ढों में बदला एचएच, हादसे का डर
परेल शिव मंदिर से आगे भरमौर-चंबा-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग की हालत दयनीय हो गई है।
संवाद सहयोगी, चंबा : परेल शिव मंदिर से आगे भरमौर-चंबा-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग की हालत इतनी दयनीय हो गई है कि चालक की मामूली चूक से बढ़ा हादसा हो सकता है। परेल शिव मंदिर से तड़ोली तक मार्ग गड्ढों में बदल गया है। इस कारण यहां पर चालकों व यात्रियों को हादसे का डर रहता है। सबसे अधिक परेशानी दोपहिया व छोटे वाहन चालकों को झेलनी पड़ रही है। राहगीरों को भी चोटिल होने का डर रहता है।
वाहन चालक जितेंद्र, नरेश, सतीष सुरेंद्र, अजय, अश्वनी व हेमराज ने कहा कि परेल के पास मार्ग पूरी तरह खड्ड में बदल गया है। हर दिन एनएच पर हजारों वाहन गुजरते हैं लेकिन इसका हालत सुधारने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारी कोई कदम नहीं उठा रहे हैं। इससे वाहन चालकों व लोगों में रोष है।
अधर में लटका डंगे का काम
भूस्खलन से परेल शिव मंदिर के पास मार्ग तंग हो गया है। इसे चौड़ा करने के साथ डंगा भी लगाया जा रहा है, लेकिन कई माह से कार्य लटका हुआ है। वाहन चालकों व लोगों ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से जल्द मार्ग की हालत सुधारने की मांग की है।
वाहनों के स्किड होने का खतरा
बारिश के दिनों में गड्ढे पानी से भर जाते हैं। ऊबड़-खाबड़ व मिट्टी से भरे मार्ग पर वाहन स्किड होने का खतरा रहता है। धूप पड़ने से मार्ग से उठने वाली धूल से चालकों व यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ती है।
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ठेकेदार को विभिन्न स्थानों पर खराब मार्ग की हालत सुधारने व डंगे के कार्य को पूरा करने के निर्देश दिए हैं, ताकि वाहन चालकों व राहगीरों को परेशानी न झेलनी पड़े।
-राजीव कुमार अधिशाषी अभियंता, एनएच मंडल चंबा
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कोटी पुल की ओर जाने वाला रास्ता खस्ताहाल
संवाद सूत्र, लचोड़ी : पंचायत ठाकरीमट्टी के छुद्रा गांव से कोटी पुल की ओर जाने वाले रास्ते की हालत दयनीय हो गई है। यदि जल्द रास्ते की मरम्मत नहीं की गई तो घटना हो सकती है। उतराई होने से लोगों को गिरने का डर रहता है। पांव फिसल जाए तो राहगीर गहरी खाई में गिर सकता है। लोगों ने पंचायत प्रतिनिधियों से जल्द रास्ते की मरम्मत करवाने की मांग की है।
मंगला में लकड़ी के पुल की मरम्मत की जाए
संवाद सूत्र, सुल्तानपुर : पंचायत मंगला को जोड़ने वाले लकड़ी के पुल की सुध न लेने से इसकी हालत दयनीय हो गई है। पुल के जगह-जगह क्षतिग्रस्त होने से बड़ा हादसा होने का डर रहता है। लोगों ने कई बार जिला प्रशासन से पुल की मरम्मत करवाने की गुहार लगाई लेकिन अभी तक कोई कदम नहीं उठाया गया है। राकेश कुमार, अमन, राजेश, सुधीर, मुकेश, प्रदीप, रमेश व अरुण ने बताया कि पुल के बीच फट्टे निकलने से दुर्घटना होने का खतरा रहता है। पुल से रोजाना सैकड़ों लोग डर के साये में गुजरते हैं। पुल की मरम्मत करवाने के लिए कई बार जिला प्रशासन व पंचायत प्रतिनिधियों से गुहार लगाई गई लेकिन कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर जल्द पुल की मरम्मत नहीं की गई जिला प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोलने से गुरेज नहीं करेंगे।