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सामाजिक सरोकार निभा रही भलेई मंदिर प्रबंधक समिति

हिमाचल सहित पंजाब व जम्मू के लोगों की आस्था के प्रमुख केंद्र जिला चंबा के भलेई मंदिर के विकास के लिए मंदिर प्रबंधक समिति करीब तीन दशक से प्रयासरत है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 11 Apr 2021 04:05 AM (IST)Updated: Sun, 11 Apr 2021 04:05 AM (IST)
सामाजिक सरोकार निभा रही भलेई मंदिर प्रबंधक समिति
सामाजिक सरोकार निभा रही भलेई मंदिर प्रबंधक समिति

विशाल सेखड़ी, डलहौजी

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हिमाचल सहित पंजाब व जम्मू के लोगों की आस्था के प्रमुख केंद्र जिला चंबा के भलेई मंदिर के विकास के लिए मंदिर प्रबंधक समिति करीब तीन दशक से प्रयासरत है। समिति के प्रयासों से चंबा के राजा प्रताप सिंह द्वारा स्थापित किया गया भलेई मंदिर वर्तमान में एक भव्य स्वरूप प्राप्त कर चुका है। यहां रात्रि ठहराव व अन्य सुविधाओं को भी प्रबंध किया गया है।

मंदिर प्रबंधक समिति सामाजिक सरोकार को भी बखूबी निभा रही है। मंदिर की आय से निर्धन वर्ग से संबंधित बेटियों की शादी सहित अनाथ बच्चों को गोद लेकर उनकी शिक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी संभालने, विधवा महिलाओं व अग्निकांड प्रभावितों की मदद करने व भलेई व आसपास के क्षेत्र के लोगों की सेहत का भी ध्यान रखना आदि समाज हित के कई कार्यो को अंजाम दिया जा रहा है। चढ़ावे का एक हिस्सा जन कल्याण पर खर्च किया जा रहा है।

उल्लेखनीय है कि स्वयंभू प्रकट मां भलेई ने भी राजा प्रताप सिंह को उन्हें(मां भलेई को) भ्राण बावड़ी से चंबा ले जाने के आदेश देने के साथ ही धन के तीन चरुए(बड़े बर्तन) भी राजा को दिए थे। धन के तीन चरुओं में से एक चरुए के धन से मां भलेई ने मंदिर का निर्माण करवाने, दूसरेचरुए के धन को राजकोष में रखने व तीसरे धन के चरुए को जन कल्याण पर खर्च करने के आदेश राजा प्रताप सिंह को दिए थे। ऐसे में जहां राजा प्रताप सिंह द्वारा मां के आदेशों की पालना की गई थी। वहीं अब मंदिर प्रबंधक समिति भी मंदिर की आय या फिर कहा जाए मां भलेई की ओर से उपलब्ध होने धन का एक हिस्सा जन कल्याण खर्च कर रही है।

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समिति द्वारा किए जा रहे कार्य

-मंदिर प्रबंधक समिति जरूरतमंद बच्चों की शिक्षा की भी जिम्मेदारी संभालती है। अनाथ बच्चों को गोद लेकर समिति द्वारा उनकी शिक्षा दीक्षा इत्यादि का सारा खर्च वहन किया जाता है। समीति अध्यक्ष कमल ठाकुर के अनुसार अबतक समिति द्वारा पांच बच्चों को गोद लेकर उनकी शिक्षा का खर्च वहन किया जा रहा है।

-समाजसेवा के कार्यो की सूची में मंदिर प्रबंधक समिति द्वारा विधवा महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए भी मदद दी जा रही है। आजीविका अर्जित करने के उद्देश्य से समिति विधवा महिलाओं को सिलाई मशीनें व अन्य प्रकार की सहायता प्रदान करती है।

-अग्निकांड प्रभावितों की मदद भी समिति द्वारा की जाती है। भलेई व आसपास के क्षेत्रों में अग्निकांड की घटना होने पर मंदिर प्रबंधक समिति द्वारा प्रभावित परिवार को पांच से छह हजार रुपये की फौरी मदद दी जाती है।

-भलेई व इसके आसपास के क्षेत्रों के लोगों की सेहत का भी भलेई मंदिर प्रबंधक समिति ध्यान रखती है। समिति द्वारा हर वर्ष एक मुफ्त चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जाता है जिसमें विशेषज्ञ चिकित्सक जहां लोगों के स्वास्थ्य की जांच करते हैं, वहीं मरीजों के विभिन्न प्रकार के टेस्ट मुफ्त किए जाने सहित मरीजों को समिति की ओर से एक लाख रुपये से अधिक की दवाएं भी मुफ्त प्रदान की जाती हैं।

-पर्यावरण संरक्षण व नशा विरोधी अभियान के तहत भी समिति अपना सहयोग देती है। भलेई मंदिर प्रबंधक समिति द्वारा समय समय पर पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। नशे के खिलाफ भी समिति लोगों को जागरूक करती है। मंदिर प्रबंधक समिति के अध्यक्ष कमल ठाकुर का कहना है कि मां भलेई के आशीर्वाद से होने वाले उक्त सभी कार्यो में प्रबंधक समिति के सदस्य बढ़-चढ़कर अपना योगदान देते हैं।


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