एंबुलेंस 'बीमार', कौन ले जाए मरीज
गंभीर स्थिति में रोगियों को जल्द अस्पताल पहुंचाने वाली एंबुलेंस इन दिनों खुद बीमार हैं।
रणवीर सिंह, चंबा
गंभीर स्थिति में रोगियों को जल्द अस्पताल पहुंचाने वाली एंबुलेंस इन दिनों 'बीमार' हैं, जिसके कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। चंबा जिले के सभी अस्पतालों समेत स्वास्थ्य केंद्रों में करीब 18 एंबुलेंस चलाई हैं, लेकिन यहां करीब सात एंबुलेंस जंग खा रही हैं। इस वजह से मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
मेडिकल कॉलेज चंबा की भी एंबुलेंस नौ दिन से चंबा-पठानकोट मार्ग पर प्रिहार के पास खराब खड़ी है। यह एंबुलेंस चंबा से मेडिकल कॉलेज टांडा को रेफर किए गए मरीजों को ले जाती है। नौ दिन से खराब रहने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
चंबा मेडिकल कॉलेज में व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाए रखने के लिए डलहौजी अस्पताल से एंबुलेंस लाई गई है। इस वजह से डलहौजी में मरीजों को लाने या रेफर मरीजों के लिए कोई एंबुलेंस नहीं है। चंबा में 108 एंबुलेंस सेवा ने शुरुआती दौर में बेहतरीन कार्य किया। पहाड़ों में तो यह सेवा जीवनदायिनी साबित हुई, लेकिन समय बीतने के साथ इनकी स्थिति बिगड़ने लगी है। मौजूदा समय में चंबा में 11 एंबुलेंस ही चल रही हैं। अन्य एंबुलेंस तकनीकी कारणों की वजह से खड़ी हैं। कुछ 108 एंबुलेंस के पटे टूटे हैं तो कुछ में मेडिकल उपकरण नहीं हैं। कई 108 एंबुलेंस के टायर इतने घिस चुके हैं कि दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं, लेकिन किसी का इस ओर ध्यान नहीं है। इससे पहले भी चंबा की चार एंबुलेंस मरीजों को लेकर मेडिकल कॉलेज टांडा तो गई, लेकिन टांडा पहुंचते ही खराब हो गई। इस कारण काफी समय बाद एंबुलेंस को ठीक किया गया।
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यहां खराब हैं एंबुलेंस
चंबा,1
सुंडला,1
भरमौर,2
साहो,1
चुवाड़ी,1
कलसूई,1 (102)
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चंबा में जो एंबुलेंस खराब हैं उनके बारे में उच्च अधिकारियों को बता दिया गया है। जल्द ही खराब एंबुलेंस को ठीक किया जाएगा, ताकि मरीजों को किसी प्रकार की कोई दिक्कत न हो। जहां एंबुलेंस की कमी है वहां व्यवस्था की गई है।
-सुमित, 108 प्रभारी, चंबा।