Move to Jagran APP

वरुण मौत मामले की जांच के लिए गठित हो कमेटी

संवाद सहयोगी, जुखाला : आइजीएमसी शिमला में दस सितंबर को जुखाला के युवक वरुण ठाकुर की मौत

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 Sep 2018 11:29 PM (IST)Updated: Tue, 18 Sep 2018 11:29 PM (IST)
वरुण मौत मामले की जांच के लिए गठित हो कमेटी
वरुण मौत मामले की जांच के लिए गठित हो कमेटी

संवाद सहयोगी, जुखाला : आइजीएमसी शिमला में दस सितंबर को जुखाला के युवक वरुण ठाकुर की मौत मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दोनों किडनियां फेल होने की बात को लोगों ने नकार दिया है। मंगलवार को युवाओं नवीन कुमार, अंकित ठाकुर, अनिश, गगन, कार्तिक, मनीष, रवि, विवेक, अनिल, अमर, मुकेश, तनिष, सन्नी, कपिल, संदेश, मनोहर, हरकेश, राहुल, मंजीत, रोहित, मोहिम खान, अभिषेक कुमार, अमन, अमित, मुकेश, विनोद, मनोज, अजय, अतुल ठाकुर, नवनीत शर्मा, विक्रम, सतीश, रमेश, ललित, कुलदीप, दीपक, ओमप्रकाश व राकेश ने आरोप लगाया कि वरुण की मौत चिकित्सकों की लापरवाही से हुई है। इसके बारे में उन्होंने जांच की मांग की थी। युवाओं ने आरोप लगाया कि चिकित्सकों को बचाने के लिए गलत पोस्टमार्टम रिपोर्ट बनाई गई है। लोगों ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मांग की है कि मामले की गहनता से जांच करने के लिए उच्चस्तरीय कमेटी बनाई जाए। साथ ही उन्होंने वरुण के सैंपल और पोस्टमार्टम के दौरान हुई वीडियोग्राफी को पीजीआइ चंडीगढ़ भेजने की मांग की है।

loksabha election banner

लोगों का दावा है कि वरुण को आठ सितंबर को पेट दर्द हुआ था। इसके बाद उसे आइजीएमसी ले गए थे। लेकिन चिकित्सकों ने पीठ की बिमारी बता घर भेज दिया। लेकिन नौ सितंबर को रात करीब तीन बजे दोबारा पेट में दर्द हुआ। इसके बाद वरुण को दोबारा आइजीएमसी पहुंचाया। इसके बाद सुबह करीब पांच भर्ती किया गया। चिकित्सक ने उसे सीटी स्कैन करवाने के लिए रिपन भेजा व अन्य टेस्ट आइजीएमसी में किए। जब रिपोर्ट आई तो उस चिकित्सक ने सीनियर चिकित्सक से सलाह लेने की राय दी। इसके बाद वरुण के भाई ने सीनियर चिकित्सक को अवगत करवाया। लेकिन सीनियर चिकित्सक ने देखने का आश्वासन दिया लेकिन नौ घंटे तक नहीं आए। परिजन सीनियर चिकित्सक से आग्रह करते रहे। उसी रात करीब नौ बजे वरुण को तेज दर्द शुरू हुआ। इस पर चिकित्सक ने पेन किल्लर इंजेक्शन मंगवाया। इंजेक्शन लगाने के मात्र पांच मिनट बाद वरुण बेहोश हो गया और जब उसके भाई ने उसकी सांसें देखीं तो ये थम चुकी थीं। इसके बाद चिकित्सक वरुण के ऑपरेशन रूम में ले गए और परिजनों से सारी रिपोर्ट की फाइल ले ली। इसके बाद कागजों में उसको भर्ती किया गया जबकि उसकी मृत्यु पहले ही हो चुकी थी। आरोप लगाया कि चिकित्सकों ने कहा कि वरुण की मौत हृदयाघात से हुई है। चिकित्सकों ने रिपोर्ट में रात करीब साढ़े दस बजे मृत घोषित किया, जबकि उसकी मौत साढ़े नौ बजे हो चुकी थी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.