राजकीय अध्यापक संघ ने फैमिली पेंशन के लिए बुलंद की आवाज
राजकीय अध्यापक संघ बिलासपुर ने फैमिली पेंशन के लिए आवाज बुलंद क
जागरण संवाददाता, बिलासपुर : राजकीय अध्यापक संघ बिलासपुर ने फैमिली पेंशन के लिए आवाज बुलंद की है। संघ के पदाधिकारियों ने कहा है कि केंद्र सरकार की राष्ट्रीय पेंशन योजना में शामिल कर्मचारियों की भांति प्रदेश में भी सरकारी सेवा में कार्यरत राष्ट्रीय पेंशन योजना के अंतर्गत आने वाले कर्मचारियों को उनकी मृत्यु या उनके दिव्यांग होने की स्थिति में फैमिली पेंशन दी जाए।
जिला बिलासपुर इकाई के अध्यक्ष यशवीर रणौत ने बताया कि केंद्र सरकार की 2009 में जारी एक अधिसूचना के तहत राष्ट्रीय पेंशन योजना के कर्मचारियों को उनके दिव्यांग और मृत्यु होने पर उनके परिवार को फैमिली पेंशन प्रदान की जाती है। अभी तक प्रदेश के लाखों कर्मचारियों के लिए यह प्रावधान नहीं है। आज जब कभी किसी राष्ट्रीय पैंशन योजना के तहत आने वाले कर्मचारी की दुर्भाग्यवश मृत्यु हो जाती है तो उसके परिवार को लाचार होना पड़ता है। प्रदेश सरकार को मामले की गंभीरता देखते हुए फैमिली पैंशन योजना को मंजूरी देनी चाहिए।
राष्ट्रीय पेंशन योजना किसी भी दृष्टिकोण से सरकारी कर्मचारियों के लिए उचित नहीं है। इसके तहत सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारी को 15 से 20 वर्ष तक सेवाएं देने के उपरांत 700 से 1500 रुपये नाममात्र पेंशन दी जा रही है। अब सवाल है कि इस आंशिक राशि से क्या इन सेवानिवृत्त कर्मचारियों का गुजारा संभव है। सरकार को पुरानी पेंशन योजना की पुन: बहाली करे।
राजकीय अध्यापक संघ प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर पर हो रहे पुरानी पेंशन योजना बहाली के आंदोलन का समर्थन करता है। इस अवसर पर जिला महासचिव सुनील ठाकुर, वित्त सचिव मनोज कुमार, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुरजीत चांदला, उपाध्यक्ष नरेंद्र शर्मा सुभाष कुमार, मुख्य प्रेस सचिव बाबू राम धीमान, मुख्य सलाहकार सतीश शर्मा, सलाहकार आदर्श गौतम जिला प्रवक्ता कृष्ण ठाकुर, संगठन सचिव रविंद्र कुमार, सहसचिव राजेश राव, घुमारवीं दो शिक्षा खंड के अध्यक्ष पवन शर्मा, वित्त सचिव सुभाष कुमार, घुमारवीं -एक शिक्षा खंड के अध्यक्ष सुनील शर्मा, महासचिव प्रदीप कुमार, वित्त सचिव विशाल रणौत, सदर खंड के अध्यक्ष डा. संजीव चंदेल, महासचिव योगेश मन्हास, वित्त सचिव राजेश कुमार, झंडुता खंड के अध्यक्ष गणेश दत्त शर्मा, महासचिव नरेश धीमान, वित्त सचिव देशराज शर्मा, स्वारघाट शिक्षा खंड के अध्यक्ष चिरंजी लाल, महासचिव अजय नाइक, वित्त सचिव विरेंद्र ठाकुर आदि मौजूद रहे।