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कथा में भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन

उप तहसील भराड़ी के तहत गांव मिहाड़ा में चल रही श्रीमछ्वागवत कथा के पांचवें दिन में पंडित रजनीश शर्मा ने भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं का वर्णन किया । जिनमें उन्होंने पूतना का सहार करना गोपियों के वस्त्र चुराना माखन चोरी करना सहित कई तरह के नटखट व मनमोहक स्वरूपों का वर्णन किया । उन्होंने कहा की पूतना जैसी बुराइयों को जब इस संसार से खतरा होने लग जाता है तो भगवान खुद अवतार लेकर ऐसी बुराइयों को जड़ से उखाड़ देते हैं । हमेशा प्रभु सुमिरन करते रहना चाहिए । अपने आप को भगवान को समर्पित करके उनके भजन में लगे रहना चाहिए । तभी इस जीवन का जीने का लक्ष्य पूरा

By JagranEdited By: Published: Thu, 18 Apr 2019 07:45 PM (IST)Updated: Thu, 18 Apr 2019 07:45 PM (IST)
कथा में भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन
कथा में भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन

संवाद सहयोगी, भराड़ी : गांव मिहाड़ा में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के पांचवें दिन में पंडित रजनीश शर्मा ने भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन किया। उन्होंने कहा पूतना जैसी बुराइयों को जब संसार से खतरा होने लग जाता है तो भगवान खुद अवतार लेकर ऐसी बुराइयों को जड़ से उखाड़ देते हैं। हमेशा प्रभु सुमिरन करते रहना चाहिए। अपने आप को भगवान को समर्पित करके उनके भजन में लगे रहना चाहिए। तभी जीवन का जीने का लक्ष्य पूरा हो पाएगा। इस मौके पर इंद्रराम शर्मा, भगतराम, सुंकाराम, जगन्नाथ शर्मा, रमेश शर्मा, अनिल शर्मा, देवेंद्र रणौत, जोगिद्र शर्मा, रूपलाल, रिखीराम, मदन लाल शर्मा, कुंती देवी, पुष्पा देवी, निक्को देवी, सुनीता देवी, सुमनलता, वीना, अनीता, बबली, अंजू शर्मा, गुलाबा राम, रवि शर्मा, मस्तराम शर्मा, तिलकराज, पूजा देवी, अक्षिता शर्मा, कंचन शर्मा, रंजना शर्मा, राधा देवी व अन्य मौजूद रहे।

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