बारिश में खड्ड बन जाती है औहर-धराड़सानी सड़क
सड़कों में गड्ढे और गड्ढों में पानी.. यही है औहर धराड़सानी सड़क की निशानी।
-मौसम साफ होने पर धूल से परेशान होते हैं लोग, हादसा होने का खतरा
-फोरलेन का काम बंद होने पर पानी का छिड़काव भी नहीं हो रहा
संवाद सहयोगी, भगेड़ : औहर-धराड़सानी सड़क की हालत खराब है। बारिश होने पर यह खड्ड जैसी बन जाती है। वहीं, मौसम साफ होने पर वाहनों के गुजरने पर धूल उड़ती है। इस कारण औहर से धराड़सानी तक का सफर करना खतरे से खाली नहीं है। फोरलेन का कार्य बंद हो जाने के कारण अब सड़क का नामोनिशान मिटता जा रहा है।
काम बंद होने के कारण पानी का छिड़काव भी बंद कर दिया गया है, जिस कारण सड़क से उड़ने वाली धूल से लोग बीमारी की जकड़ में आ रहे हैं। इसके अलावा पशुओं के चारे का खतरा भी मंडरा रहा है। जब भी कोई वाहन सड़क से गुजरता है तो भारी मात्रा में धूल सड़क से गुजर रहे राहगीरों व साथ लगते घरों में बैठ जाती है। धूल से दोपहिया वाहन चालकों को सड़क भी नहीं दिखाई देती, जिसके कारण किसी भी समय घटना घटित हो सकती है।
औहर पंचायत के पूर्व प्रधान देशराज शर्मा, विजय चंदेल, रामपाल, रमेश चंद, ज्ञान सिंह, प्रेमलाल, चुन्नीलाल, मदन लाल, हेतराम, प्यारेलाल, पंकज कुमार, मनोज कुमार, सुशील कुमार, सोमनाथ, ओंकार सिंह आदि का कहना है कि लोक निर्माण विभाग को बार-बार सूचित करने के बाद भी कार्रवाई नहीं की जा रही है। विभाग की लापरवाही के कारण लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है। वहीं इस सड़क में गहरे गड्ढे हो चुके हैं जिससे वाहन चालकों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। बस चालकों का कहना है कि रूट पर कमाई कम और खर्चा ज्यादा हो रहा है। लोगों का कहना है कि औहर चौक से रपैड़ तक बेहना जट्टा के पास सड़क पूरी तरह खराब हो चुकी है। यहां पर चढ़ाई होने के कारण सड़क बड़े-बड़े गड्ढों व पत्थरों से भर चुकी है जिसमें वाहन उतारते समय स्किट हो रहे हैं। इस जगह पर दोपहिया वाहन चालक कई बार चोटिल हो चुके हैं तथा छोटे वाहनों के कल पुर्जे टूटते हैं। क्षेत्र के लोगों ने जिला प्रशासन से आग्रह किया है कि सड़क पर पानी का छिड़काव करवाया जाए और खराब सड़क को जल्द ठीक किया जाए। लोगों ने मांग की है कि बैहनाजट्टा वाया बैरीदडोला सड़क को भी सुधारा जाए।
वहीं, लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता घुमारवीं वीएन पराशर का कहना है कि उन्होंने अभी अभी कार्यभार संभाला है। इसके बारे में अधिकारियों से जानकारी ली जाएगी और समस्या का समाधान किया जाएगा।