38 निजी स्कूलों में दबिश, रजिस्टर मिले अधूरे
जिलेभर में अभी तक शिक्षा विभाग की टीम ने 38 स्कूलों का रिकॉर्ड जांचा है।
संवाद सहयोगी, बिलासपुर : बिलासपुर जिले में शिक्षा विभाग की टीम ने 38 निजी स्कूलों में दबिश दी। इन स्कूलों में रजिस्टर अधूरे पाए गए।
प्रारंभिक शिक्षा व उच्च शिक्षा विभाग एक माह से निजी स्कूलों की जांच कर रहा है। शिक्षा निदेशालय के निर्देश पर कार्रवाई की जा रही है। विभाग के जांच अधिकारी रिपोर्ट तैयार कर शिक्षा निदेशालय को भेज रहे हैं। इसके बाद ही विभाग आगामी कार्रवाई करेगा।
निजी स्कूलों की मनमानी पर रोक लगाने व सुविधाओं को जांचने के लिए टीमों का गठन किया गया है। वीरवार को विभागीय टीम ने करीब 38 निजी स्कूलों में दबिश दी। विभाग ने चार मानकों पर जांच की। इसमें स्कूलों की ओर से रजिस्टर सही प्रकार से न बनाने के मामले सामने आए। इस पर विभागीय अधिकारियों ने स्कूल संचालकों से पूछताछ की। अधिकारियों ने बताया हिमाचल प्रदेश एजुकेशन कोड के तहत सभी स्कूलों को पूरा रिकॉर्ड बनाने के निर्देश दिए जाते हैं। लेकिन जब इन स्कूलों से तीन साल का रिकॉर्ड मांगा गया तो रिकॉर्ड अधिकतर स्कूलों का अधूरा पाया गया।
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इन स्कूलों में दी दबिश
ओहल इंटरनेशनल स्कूल कुठेड़ा, अनुपम स्कूल कुठेड़ा, नवलोक आदर्श विद्यालय खनसरा, एसवीएम स्कूल बम्म, एसवीएम पंतेहड़ा, एसवीएम हटवार, हिम पब्लिक स्कूल देहरा गलाही, सीडिलंग स्कूल देहरा, एसवीएम पतेड़, एसवीएम मोरसिघी, एसवीएम सोई, शिव शक्ति कान्वेंट स्कूल, हिम आंचल स्कूल, सरस्वती विद्या मंदिर ददहोल, सरस्वती विद्या मंदिर भटेड़, आरआर मैमोरियल स्कूल, नवचेतना पब्लिक स्कूल, सरस्वती विद्या मंदिर बरोटा, राधा-कृष्ण गंडालवी, शिवालिक पब्लिक स्कूल मरहाणा, एसवीएम हाई स्कूल भराड़ी, हिम ज्योति पब्लिक स्कूल भराड़ी व नवचेतना पब्लिक स्कूल लेहरी सरैल में दबिश दी गई।
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झंड़ूता के 12 स्कूलों का निरीक्षण
उपनिदेशक निरीक्षक कश्मीर सिंह की टीम ने झंडूता ब्लॉक में दो दिन में 12 स्कूलों में दबिश दी। उन्होंने बताया सभी स्कूलों का रिकॉर्ड जांचा जा रहा है। 22 अप्रैल तक स्कूलो में दबिश दी जाएगी। वहीं प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक सुदर्शन सिंह ने बताया निजी स्कूलों की जांच के लिए कई स्कूलों में दबिश दी गई है। जांच में स्कूल में रजिस्टर न बनाने के मामले सामने आए हैं।