Move to Jagran APP

डाहड वर्षाशालिका को झाड़ियों का शेल्टर

झंडूता विधानसभा क्षेत्र के तहत डाहड से देहलवीं समंर्क मार्ग पर लगभग चार वर्षों से वर्षाशालिका निर्माण पिल्लरों के निर्माण से आगे नहीं बढ़ पाया है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 29 Dec 2019 05:52 PM (IST)Updated: Mon, 30 Dec 2019 06:15 AM (IST)
डाहड वर्षाशालिका को झाड़ियों का शेल्टर
डाहड वर्षाशालिका को झाड़ियों का शेल्टर

सूरत-ए-हाल

loksabha election banner

-चार साल में नहीं हो पाया पूरा निर्माण, बजट के अभाव में रुका हुआ है काम

संवाद सहयोगी, समोह : झंडूता विधानसभा क्षेत्र के तहत डाहड से देहलवीं संपर्क मार्ग पर डाहड में करीब चार वर्ष से वर्षाशालिका का निर्माण नहीं हो पाया है। मात्र पिल्लर खड़े किए हैं। अब इस स्थान को झाड़ियों ने पूरी तरह से ढक दिया है। वर्षाशालिका का निर्माण लोक निर्माण विभाग की ओर किया जा रहा है। इसका निर्माण अब तक न होने के कारण बरसात हो या गर्मी लोगों को खुले आसमान के नीचे ही बस का इंतजार करना पड़ता है।

डाहड से देहलवीं संपर्क मार्ग पर वर्षाशालिका के निर्माण कार्य के लिए वर्ष 2013-14 में जिला परिषद की ओर से एक लाख रुपये पंचायत को दिए थे, लेकिन पंचायत ने अपनी असमर्थता जताते हुए निर्माण कार्य करवाने से मना कर दिया था। इसके बाद यह पैसा ब्लॉक को वापस चला गया। ब्लॉक अधिकारियों ने वर्षाशालिका का निर्माण करने के लिए यह पैसा लोक निर्माण विभाग को भेज दिया। इस पर लोक निर्माण विभाग ने वर्ष 2015 में निर्माण कार्य शुरू किया। इसके बाद विभाग ने भी पिल्लर व छत डालकर इसका कार्य बंद कर दिया गया। इसके बाद निर्माण कार्य आज तक शुरू नहीं हो पाया है।

हालांकि नगर सुधार समिति के प्रधान सोहन सिंह पटियाल, उपप्रधान कुलदीप सिंह चंदेल, सचिव बुद्धि सिंह, रत्तन चंद, ओंकार सिंह व प्रीतम सिंह का कहना है कि लोगों के साथ स्कूल जाने वाले विद्यार्थी भी यहां से झंडूता, ज्योरीपत्तन, घुमारवीं के लिए बस लेते हैं, लेकिन वर्षाशालिका का निर्माण न होने के कारण सभी को परेशानी से जूझना पड़ रहा है। हालांकि नगर सुधार समिति ने लोक निर्माण विभाग से वर्षाशालिका के निर्माण के लिए कई बार मांग की है, लेकिन विभाग की ओर से कोई सुनवाई नहीं की जा रही है। बारिश के समय लोगों को इधर उधर शरण लेनी पड़ती है। लोगों ने विभाग से जल्द वर्षाशालिका का निर्माण पूरा करने की मांग की है।

लोक निर्माण विभाग बरठीं के एसडीओ प्रवीण कुमार का कहना है कि एक लाख रुपये मिले थे, जिससे पिल्लर व छत डाल दी है। अब डेढ़ लाख रुपये और चाहिए तभी वर्षाशालिका का निर्माण पूरा होगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.