ट्रामा सेंटर बिलासपुर में नर्स तैनात
ट्रामा सेंटर बिलासपुर में जिला अस्पताल प्रबंधन ने स्टाफ की कमी को पूरा करने के लिए एक नर्स को तैनात कर दिया गया है। जल्द ही यहां पर स्टाफ की कमियों को पूरा कर दिया जाएगा। लेबल-तीन के इस ट्रामा सेंटर से ट्रेंड स्टाफ को अन्य अस्पतालों में तैनात कर दिया गया था। तबादलों की सिफारिशों से लाखों की मशीनरी से लैस यह ट्रामा सेंटर महज एक इमरजेंसी ओपीडी में तबदील हो गया था। करीब 15 दिन पहले यहां पर तैनात एक नर्स का तबादला गेहड़वी अस्पताल के लिए कर दिया गया था। जिससे ट्रामा सेंटर महज एक फार्मासिस्ट और इमरजेंसी में बैठने वाले डाक्टर के हवाले था। दैनिक जागरण ने 12 नवंबर के अंक में यहां पर सिफारिशों की राजनीति से तबादले के सच को ट्रामा सेंटर खुद अस्वस्थ शीर्षक से
संवाद सहयोगी, बिलासपुर : जिला अस्पताल प्रबंधन ने ट्रामा सेंटर बिलासपुर में एक नर्स तैनात कर दी है। इससे मरीजों को राहत मिलेगी। जल्द यहां पर अन्य स्टाफ की तैनाती भी होगी। ट्रामा सेंटर से प्रशिक्षित स्टाफ का अन्य अस्पतालों में तबादला कर दिया था। इस कारण यह इमरजेंसी ओपीडी में तबदील हो गया था। करीब 15 दिन पहले यहां तैनात एक नर्स का तबादला गेहड़वीं अस्पताल के लिए कर दिया था। ट्रामा सेंटर एक फार्मासिस्ट व इमरजेंसी में बैठने वाले डॉक्टर के हवाले था।
दैनिक जागरण ने 12 नवंबर के अंक में यहां पर सिफारिशों की राजनीति से तबादले के सच को ट्रामा सेंटर खुद अस्वस्थ शीर्षक से प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इसका संज्ञान लेते हुए अस्पताल प्रबंधन हरकत में आ गया है। खबर छपने के दो दिन के भीतर ही स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने अस्पताल का दौरा कर व्यवस्थाओं को जांचा। इस दौरान अस्पताल प्रशासन ने नर्सों की कमी की समस्या उनके समक्ष रखी। इस पर उन्होंने एक नर्स ट्रामा सेंटर में तैनात कर दी है, जो सुबह नौ से सायं चार बजे तक सेवाएं देगी।
ट्रामा सेंटर में चल रही जिला अस्पताल की इमरजेंसी
नियमानुसार ट्रामा सेंटर में जिला अस्पताल की इमरजेंसी को नहीं चलाया जा सकता है। अस्पताल में कोई केजुअल्टी मेडिकल ऑफिसर नहीं है। इस कारण इमरजेंसी में विशेषज्ञ डॉक्टर की सेवांए ली जा रही हैं। विशेषज्ञ डाक्टरों के इमरजेंसी में बैठने से रूटीन चेकअप के लिए अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों की भीड़ ट्रामा सेंटर में एकत्र हो जाती है। ऐसे में कहीं दुर्घटना होने पर यहां पर व्यवस्था बिगड़ जाती है। स्टाफ की कमी से यहां व्यवस्था संचालन की समस्या दोगुना हो गई थी। एक नर्स की तैनाती के बाद कुछ हद मरीजों को राहत मिलेगी।
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ट्रामा सेंटर में एक नर्स तैनात कर दी है। यह नर्स यहां पर सुबह नौ से सायं चार बजे तक सेवाएं देगी। जल्द यहां पर और स्टाफ भी तैनात कर दिया जाएगा।
-डॉ. राकेश आहलुवालिया, एमएस, क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर