नादौन बस अड्डे पर जगह-जगह गड्ढे
प्रदेश सरकार जहां एक ओर विभिन्न स्थानों पर आधुनिक सुविधाओं से लैस राज्य पथ परिवहन निगम द्वारा संचालित बस स्टैंड बनवाने की घोषणाएं कर रही है। वहीं हमीरपुर जिले का प्रमुख व्यापारिक स्थल तथा राजाओं के समय से ही अपना एतिहासिक रूतबा रखने वाले नादौन शहर की ओर बीते समय की किसी भी सरकार ने इस ओर ध्यान नहीं दिया है।
संवाद सहयोगी, नादौन : नादौन शहर में आधुनिक सुविधाओं से लैस बस स्टैंड बनवाने की कवायद केवल घोषणा तक ही सीमित होकर रह गई है। हमीरपुर जिले का प्रमुख व्यापारिक स्थल तथा राजाओं के समय से ही अपना ऐतिहासिक रूतबा रखने वाले इस शहर पर बीते समय की किसी भी सरकार ने इस ओर ध्यान नहीं दिया है। इस वजह से बस स्टैंड में प्रवेश करने वाले वाहन चालक तथा यात्री सरकार को कोसते दिखाई देते हैं। मौजूदा स्थिति में यह बस स्टैंड नगर पंचायत नादौन द्वारा बनाई गई इंद्रपाल मार्केट के प्रांगण में चल रहा है। आलम यह है कि इस बस स्टैंड में गड्ढों की भरमार है। इनकी सुध अभी तक किसी ने नहीं ली है।
स्थानीय लोगों शिव कुमार डोगरा, विशेषवर दत्त, वेद प्रकाश, प्रदीप शर्मा, पवन कुमार कहना है कि नगर पंचायत को इस मार्केट में बनाई गई पांच दर्जन से अधिक दुकानों से प्रतिवर्ष 50 लाख से अधिक आय किराये के रूप में होती है। यह बस स्टैंड यहां प्रतिदिन 200 से अधिक चलने वाली बसों के लिए काफी छोटा है। बस चालक ऐसी स्थिति में एक दूसरे से उलझते हुए दिखते हैं। उनका कहना है कि नगर पंचायत को केवल यहां अपने राजस्व की ¨चता रहती है लोगों की सुविधाओं की नहीं। सुविधाओं के नाम पर ठेंगा दिखाया गया है। उनका कहना है कि वर्षाशालिका या वे¨टग रूम के लिए नगर पंचायत ने मात्र औपचारिकता निभाई है जबकि इस स्थल पर यात्रियों को वर्षा व धूप से जूझना पड़ता है।
इतना ही नहीं पिछले छह महीनों से बस स्टैंड के भीतर बड़े-बड़े गड्ढे पड़े हुए हैं परंतु इस समस्या की ओर स्थानीय प्रशासन जरा भी ध्यान नहीं दे पा रहा है। इन गड्ढो की वजह से यात्रियों बस चालकों को परेशानी हो रही है। बस स्टैंड पर नल तक नहीं लगाया। नादौन के समाजसेवी लोग हालांकि गर्मी में खुद ही इस काम के लिए आगे बढ़ते हैं। नगर पंचायत द्वारा लगवाए गए दो हैंडपंप ज्यादातर खराब रहते हैं। समय के साथ बसों के बढ़ती तादाद से यहां इन्हें खड़ा करने के लिए पर्याप्त स्थान नहीं मिलता है। नादौन के लिए बस स्टैंड बनाने की मांग भी यहां अनसुनी कर दी गई है। नगर पंचायत इस लिए मौन बनी हुई है क्योंकि एचआरटीसी संचालित नया बस स्टैंड बनता है तो उसकी लाखों की पार्किंग फीस की आय पर पानी फिर सकता है। लोगों ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मांग है कि उनकी इस समस्या का हल निकाला जाए। उधर, नगर पंचायत के सचिव पीसी बत्रा ने बताया कि बरसात समाप्त होने पर बस स्टैंड का मरम्मत कार्य शुरू किया जाएगा।