तीन छात्र नेताओं का निलंबन रद करने के लिए एनएसयूआइ मुखर
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला में तीन छात्र नेताओं का निलंबन रद करवाने के लिए एनएसयूआइ ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपा।

संवाद सहयोगी, दकड़ी चौक : हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला में छात्रावास व पुस्तकालय खुलवाने की मांग को लेकर निष्कासित किए गए तीन छात्र नेताओं का निलंबन रद करने के लिए एनएसयूआइ की बिलासपुर इकाई के पदाधिकारियों ने घुमारवीं के एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है।
एनएसयूआइ की बिलासपुर इकाई के जिलाध्यक्ष अभिषेक भारद्वाज ने बताया कि सोमवार को घुमारवीं के एसडीएम राजीव ठाकुर के माध्यम से राज्यपाल को इस निष्कासन के विरोध में ज्ञापन भेजकर तीन साथियों का निलंबन रद करने की मांग की गई है। अगर निलंबन को रद नहीं किया गया तो एनएसयूआइ प्रदेश में जगह-जगह विश्वविद्यालय प्रशासन और प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेगी। प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला में पुस्तकालय व छात्रावास को कोरोना नियमों के साथ खोलने को लेकर ज्ञापन सौंपने के लिए एनएसयूआइ के तीन छात्र नेताओं वीनू मेहता, यासीन बट्ट व प्रवीण मिन्हास का निष्कासन राजनीति से प्रेरित है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश विश्वविद्यालय में कोरोना की महामारी के दौरान भर्तियां लगातार जारी हैं तो पुस्तकालय व छात्रावास को खुला रखने की मांग करना छात्रों की अहम मांग थी। इसके लिए निष्कासन दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश विश्वविद्यालय में कुछ छात्र संगठन के सदस्य दराट व कुल्हाड़ियों से एक-दूसरे पर हमले कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज तक विश्वविद्यालय प्रशासन ऐसे लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर पाया है। एनएसयूआइ के कार्यकर्ताओं ने छात्रों की मूलभूत समस्याओं पुस्तकालय व हास्टल बंद करने का विरोध किया व कोरोना के नियमों के साथ इन्हें खुला रखने का आग्रह किया तो एनएसयूआइ के छात्र नेताओं को निलंबित कर दिया गया। इस दौरान जिला उपाध्यक्ष अमन कालिया, घुमारवीं कैंपस अध्यक्ष गौरी शंकर, रोहित व नवीन उपस्थित रहे।
Edited By Jagran