सार्वजनिक हैंडपंप को निजी हाथों में देने का विरोध
संवाद सहयोगी नम्होल जिले की नम्होल पंचायत के गांव मामणू में जल शक्ति विभाग की ओर से एक साव
संवाद सहयोगी, नम्होल : जिले की नम्होल पंचायत के गांव मामणू में जल शक्ति विभाग की ओर से एक सार्वजनिक हैंडपंप को निजी हाथों में देने के निर्णय के विरोध में ग्रामीण लामबंद हो गए हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि विभाग ऐसा कैसे कर सकता है कि एक व्यक्ति को लाभ पहुंचाने के लिए नियमों को ताक पर रखकर अन्य दर्जनों लोगों को पानी की सुविधा से वंचित कर दिया जाए।
हैरानी इस बात की भी है कि विभाग ने इस बारे में पंचायत से एनओसी लेना भी उचित नहीं समझा है। इसी आश्य को लेकर पंचायत कार्यवाही रजिस्टर पर बकायदा इस बात का विरोध दर्ज किया गया है और अधिशाषी अभियंता को ज्ञापन सौंप कर न्याय की गुहार लगाई गई है। ग्रामीणों में शामिल श्रवण कुमार, मनोहर लाल, सुनील कुमार, प्रीतम कुमार, अरुण कुमार, जोगेंद्र सिंह, नार देई व नानकू राम ने बताया कि पंचायत घ्याल में इसी मसले को लेकर पंचायत प्रधान पदमदेव की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें जल शक्ति विभाग के इस तुगलकी फरमान का विरोध किया गया। बैठक में इस हैंडपंप के सार्वजनिक उपयोग के लिए दोबारा शुरू करने की मांग भी की गई। ग्रामीणों ने बताया कि पंचायत द्वारा विभाग को इस बारे अनापत्ति प्रमाणपत्र तक जारी नहीं किया गया है, जिससे विभाग की कार्यशैली संदेह के घेरे में आती है। उन्होंने विभाग से मांग की है कि इस सार्वजनिक हैंडपंप को जिसको विभाग द्वारा कथित व्यक्ति विशेष के लिए निजी किया गया है, को दोबारा मोटर पंप से हैंडपंप में तबदील किया जाए, जिससे ग्राम वासियों, स्कूली बच्चों, राहगीरों, गौशाला वालों, शमशान घाट, कटलूनाला और गाड़ी वालों को लाभ मिल सके।
इस बारे में एक्सईएन जल शक्ति विभाग अरविद वर्मा ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में आया है तथा फील्ड से रिपोर्ट मांगी गई है। यह सार्वजनिक सुविधा के लिए है तथा लोगों को इसका लाभ उठाने से नहीं रोका जा सकता है। मामले में कार्यवाही की जा रही है।