प्रदेशवासियों की मदद करेंगे एम्स के सुपर स्पेश्येलिस्ट डॉक्टर
जिला बिलासपुर के कोठीपुरा में स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के डाक्टर अब प्रदेश के मेडिकल संस्थानों में सेवाएं देंगे।
जागरण संवाददाता, बिलासपुर : जिला बिलासपुर के कोठीपुरा में स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के सुपर स्पेश्येलिस्ट डाक्टर ओपीडी और अपने डिपार्टमेंट सेट करने का काम जल्द छोड़कर हिमाचल प्रदेश के मेडिकल संस्थानों में सेवाएं देंगे। इस संबंध में प्रदेश सरकार व एम्स प्रबंधन के बीच पत्राचार हो चुका है। सरकार ने एम्स प्रबंधन को पत्र लिखकर प्रदेश की मदद के लिए डाक्टरों की मांग की थी। इस पर एम्स प्रबंधन कोठीपुरा से एक पत्र उच्च अधिकारियों को भेजा जा चुका है जिसकी मंजूरी जल्द मिल जाएगी।
इन दिनों एम्स में मौजूद सभी डाक्टर ओपीडी और अपने डिपार्टमेंट सेट करवाने में जुटे हैं ताकि यहां लोगों को जल्द मेडिकल सुविधाएं प्रदान की जा सकें। पिछले वर्ष की तरह इस बार फिर एम्स प्रबंधन को अपने पांव पीछे खींचने को मजबूर होना पड़ रहा है। एम्स प्रबंधन का कहना है कि एम्स दिल्ली, पीजीआइ चंडीगढ़ सहित बड़े-बड़े संस्थानों ने कोरोना के कारण अपनी ओपीडी बंद कर दी हैं। ऐसे में अब एम्स को ओपीडी जल्द शुरू करने के प्रयासों को धीमा किया जा सकता है। कोठीपुरा में निर्माणाधीन एम्स का काम लगभग 75 फीसद पूरा हो चुका है। यहां ओपीडी का परिसर भी तैयार है और ओपीडी के लिए आवश्यक मशीनरी व उपकरणों का ऑर्डर कर दिया गया है। सूत्रों के अनुसार एम्स की ओपीडी अब अगले कुछ माह तक शुरू नहीं हो सकेगी। 54 चिकित्सकों की मांग
हिमाचल प्रदेश सरकार ने एम्स से 54 डाक्टरों की मांग की है। सरकार ने प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में चिकित्सकों की मांग बताई है जिनमें हमीरपुर, नाहन, नेरचौक, टांडा, ऊना, आइजीएमसी सहित बिलासपुर जिला के संस्थान शामिल हैं। एम्स में इन दिनों लगभग 80 सुपर स्पेश्येलिस्ट डाक्टर तैनात हैं। ये डाक्टर यहां एमबीबीएस के पहले बैच को पढ़ाने के साथ अपने डिपार्टमेंट और ओपीडी को सेट करने में व्यस्त हैं।
-------------------- सरकार की तरफ से डाक्टरों की मांग आई है। मुश्किल हालात में प्रदेश के लोगों की मदद की जाएगी। इसकी अनुमति के लिए उच्च अधिकारियों को पत्र लिखा गया है। एम्स की वस्तुस्थिति और मांग के ब्योरे से उन्हें अवगत करवाया गया है। इस मांग पर फैसला जल्द होगा। एम्स की ओपीडी को शुरू करने में अभी समय लगेगा। इसे जून में कोरोना के कारण शुरू नहीं किया जाएगा।
-सुखदेव नागयाल, उपनिदेशक, एम्स।