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हॉस्टल बंद, शिक्षकों के घर से दे रही परीक्षाएं

प्रदेशभर में डीएलएड की परीक्षाएं जारी हैं परंतु कोरोना के चलते

By JagranEdited By: Published: Tue, 01 Dec 2020 04:50 PM (IST)Updated: Tue, 01 Dec 2020 04:50 PM (IST)
हॉस्टल बंद, शिक्षकों के घर से दे रही परीक्षाएं
हॉस्टल बंद, शिक्षकों के घर से दे रही परीक्षाएं

संवाद सहयोगी, बिलासपुर : प्रदेशभर में डीएलएड की परीक्षाएं जारी हैं, परंतु कोरोना के चलते डाईट हॉस्टल बंद हैं। इसकी वजह से डीएलएड प्रशिक्षुओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उन प्रशिक्षुओं को ज्यादा समस्याएं हैं जो दूसरे जिला से प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।

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ऐसी ही समस्या जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाईट) जुखाला के प्रशिक्षुओं के सामने आई है। यहां इस समय 52 प्रशिक्षु प्रथम वर्ष तथा 82 प्रशिक्षु द्वितीय वर्ष में प्रशिक्षण ले रहे हैं। 52 प्रशिक्षुओं में से 15 लड़कियां अन्य जिलों से हैं, जबकि 82 प्रशिक्षुओं में से 18 लड़कियां अन्य जिला से हैं। ये लड़कियां सिरमौर, मंडी व शिमला इत्यादि जिलों से प्रशिक्षण प्राप्त करने आई हैं। उनके रहने का प्रबंध डाईट में बने छात्रावास में है। कोरोना के चलते इन प्रशिक्षुओं की वार्षिक परीक्षाएं तो शुरू हो गई पर हॉस्टल खोलने की अनुमति सरकार की तरफ से नहीं मिल सकी, जिसके चलते अन्य जिला की लड़कियों को वार्षिक परीक्षा देने में काफी समस्या पैदा हो गई है। परीक्षा भी 15 दिन तक चलनी है।

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दो अध्यापकों ने चार-चार लड़कियों को घर में दी पनाह

डाईट के प्रधानाचार्य राकेश पाठक ने जुखाला क्षेत्र से शिक्षा विभाग में तैनात अध्यापकों के साथ इस समस्या को साझा किया और दो अध्यापकों ने चार-चार लड़कियों को अपने घरों में पनाह दी। अब ये लड़कियां यहीं से वार्षिक परीक्षाएं दे रही हैं।

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17 दिसंबर तक चलेंगी परीक्षाएं

डीएलएड प्रथम वर्ष की परीक्षा 23 नवंबर से शुरू हुई है जो 5 दिसंबर तक चलेगी व द्वितीय वर्ष की वार्षिक परीक्षा सात दिसंबर से शुरू होकर 17 दिसंबर को समाप्त होगी।

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डाईट स्टाफ का किया धन्यवाद

अन्य जिलों से आई इन लड़कियों ने दैनिक जागरण को बताया कि जब उन्हें पता चला कि वार्षिक परीक्षाएं होनी हैं और हॉस्टल बंद है तब उनके सामने बहुत बड़ी समस्या पैदा हो गई। उन्होंने डाईट स्टाफ से इस संबंध में बात की परंतु कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिल रहा था। डाईट प्रधानाचार्य और स्टाफ उनके लिए सहारा बने और वे परीक्षाएं दे पा रही हैं। उन्होंने इन परिवारों और डाईट परिवार का धन्यवाद और आभार व्यक्त किया है।


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