बरोटा दबवाला व धार टटोह में बनेंगी गौ सेंक्चुअरी
प्रदेश सरकार द्वारा पशुपालन को बढ़ावा दिया जा रहा है ताकि पशुपालकों को लाभ हो सके।
संवाद सहयोगी, बिलासपुर : प्रदेश सरकार द्वारा पशुपालन को बढ़ावा दिया जा रहा है ताकि इसके माध्यम से किसानों व पशुपालकों की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हो सके। नयनादेवी की ग्राम पंचायत बरोटा दबवाला और सदर बिलासपुर की ग्राम पंचायत धार टटोह में गौ सेंक्चुअरी प्रस्तावित हैं जिसकी औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं।
पशु स्वास्थ्य एवं प्रजनन उपनिदेशक डॉ. लाल गोपाल ने कहा कि प्रदेश सरकार की ओर से कई योजनाएं चलाकर किसानों व पशुपालकों को लाभान्वित किया जा रहा है। बिलासपुर जिला में बेसहारा घायल पशुओं के उपचार के लिए गत वर्ष पशु आघात निदान केंद्र की शुरुआत की गई थी। जिले में बेसहारा पशुओं को आश्रय देने के लिए 12 गौसदन हैं जिनमें लगभग 890 पशुओं को रखा गया है। सामान्य बीपीएल गाभिन पशु आहार कार्यक्रम के अंतर्गत 45 लाख 30 हजार रुपये का पशु आहार 50 प्रतिशत उपदान पर 740 पशुपालकों को उपलब्ध करवाया गया है। इसके अलावा अनुसूचित जाति के 50 परिवारों को प्रति लाभार्थी 200 चूजे और चूजों के खाने व पानी के बर्तन, आहार 100 प्रतिशत अनुदान पर वितरित किए जाएंगे जिस पर छह लाख 66660 रुपये खर्च होंगे।
उन्होंने बताया कि रूरल बैकयार्ड गोट योजना के अंतर्गत 80 बीपीएल परिवारों को 880 बकरे, बकरियां 95 प्रतिशत अनुदान पर वितरित करने का कार्य चल रहा है जिस पर पांच लाख 9760 रुपये खर्च किए जाएंगे। जिला में इस वर्ष उत्तम पशु पुरस्कार योजना के अंतर्गत 100 परिवारों को लाभान्वित किया जाएगा जिस पर एक लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। जिला में पांच हजार ब्राइलर चिक्स स्कीम के अंतर्गत इस वर्ष पांच लाभार्थियों का चयन किया गया है। इनमें से चार लाभार्थियों को एक हजार चूजे उपलब्ध करवाए जा चुके हैं। बैकयार्ड पोल्ट्री चिक्स योजना के अंतर्गत इस वर्ष 30 हजार चूजे पशुपालक के घर-द्वार तक उपलब्ध करवाए जाएंगे। गत वर्ष जिला के चयनित 300 गांवों में 5473 पशुओं का निशुल्क कृत्रिम गर्भाधान किया गया। इस योजना के अंतर्गत अगस्त 2020 से 31 मई 2021 तक जिला के सभी 1063 गांवों में पशुओं का निशुल्क कृत्रिम गर्भाधान किया जाएगा।