बेटे की जगह बाप को ही बना दिया कोरोना पॉजिटिव
स्वारघाट प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के बीच सही तालमेल स्थापित नहीं किए जाने के कारण रविवार रात को पुत्र की जगह एक पिता को ही कोरोना पॉजिटिव घोषित कर दिया गया।
जागरण संवाददाता, बिलासपुर : स्वारघाट प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के बीच सही तालमेल स्थापित नहीं किए जाने के कारण रविवार रात को पुत्र की जगह एक पिता को ही कोरोना पॉजिटिव घोषित कर दिया गया। असल में नयना देवी स्वास्थ्य खंड के तहत एक पीएचसी में तैनात फार्मासिस्ट का कोविड-19 टेस्ट पॉजिटिव आया था। विभाग ने प्रशासन को इस फार्मासिस्ट के पिता के पॉजिटिव आने की सूचना दे दी जिसे सही मानकर प्रशासन ने भी प्रसारित कर दिया।
स्वास्थ्य विभाग ने तो आधी रात के बाद अपनी गलती सुधार ली, लेकिन प्रशासन को वही जानकारी सोमवार सुबह तक रही कि फार्मासिस्ट का पिता ही संक्रमित है। एसडीएम स्वारघाट सुभाष गौतम ने कहा है कि स्वास्थ्य खंड में तैनात अधिकारियों द्वारा उन्हें पिछली रात को फार्मासिस्ट के पिता के पॉजिटिव आने की सूचना दी गई थी, जबकि सच्चाई यह थी कि फार्मासिस्ट ही पॉजिटिव था।
सोमवार सुबह कोविड केयर सेंटर चांदपुर में शिफ्ट किए गए फार्मासिस्ट ने बताया कि कुछ दिन पहले उनका भतीजा विशाखापट्टनम से लौटा था। भतीजे को लेने के लिए उनका बेटा चंडीगढ़ एयरपोर्ट गया था, जहां से भतीजे को गाड़ी में लेकर आनंदपुर साहिब पंजाब में उसके घर छोड़ा और उनका बेटा एक दिन उसके साथ उसी के घर में रहा। जब बेटा घर आया तो उसे हल्का बुखार हुआ। इसके बाद फार्मासिस्ट ने और बेटे ने टेस्ट कराया। उनका बेटा पॉजिटिव नहीं है, लेकिन वह खुद पॉजिटिव आया है। उनके परिवार को पिछली रात गलत जानकारी दे दी गई थी।
उधर, उपायुक्त राजेश्वर गोयल ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन के बीच सही संवाद न होने के कारण ऐसा हुआ।