शौचालयों में लटका ताला, लोग खुले में शौच जाने को मजबूर
हरलोग पंचायत को खुले में शौचमुक्त बनाने के लिए सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण किया गया है लेकिन लोगों को इन शौचालयों का लाभ नहीं मिल पा रहा है। शोचालयों पर ताला लटका होने के कारण यह लोगों के लिए सफेद हाथी से बढ़कर कुछ भी नहीं हैं।
संवाद सहयोगी, हरलोग (बिलासपुर) : हरलोग पंचायत को खुले में शौचमुक्त बनाने के लिए सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण किया गया है। लेकिन लोगों को इन शौचालयों का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
शौचालयों पर ताला लटका होने के कारण यह लोगों के लिए सफेद हाथी से बढ़कर कुछ भी नहीं हैं। सात जुलाई को मल्यावर में हुए जनमंच में भी शौचालयों पर लटके तालों को खुलवाने के लिए गुहार लगाई जा चुकी है। लेकिन हैरानी की बात है कि उसके बाद भी यह ताले आज तक नहीं खुले हैं। ऐसे में लोगों को खुले में ही शौच आदि से निवृत होना पड़ रहा है।
बाजार में बने इन शौचालयों के निर्माण में लगभग 2.75 लाख रुपये खर्च किए गए हैं।
ाजपा प्रदेश किसान मोर्चा कार्यकारिणी के सदस्य मान सिंह तथा सवारियों मदन लाल, प्रेम सिंह, रूपलाल, विजय सिंह, उर्मिला देवी, निर्मला देवी, कश्मीरी देवी तथा अंजलि का कहना है कि बाजार में शौचालयों पर ताला लटका होने के कारण परेशानी उठानी पड़ रही है। शौचालयों पर लटके तालों को खुलवाने के लिए पंचायत प्रधान से मांग कर चुके हैं। लेकिन अभी तक समस्या का समाधान नहीं हो पाया है। मुख्य बाजार होने के कारण यहां पर कपड़ा, रेडिमेड, करियाना तथा अन्य कई दुकानें खोली गई हैं, जहां पर प्रतिदिन कई लोग रोजमर्रा का सामान खरीदने के लिए आते हैं। लेकिन शौचालयों पर ताला लटका होने के कारण शौच आदि करने के लिए मजबूरन खुले में जाना पड़ रहा है। जिसके कारण गंदगी फैल रही है। वहीं, पंचायत प्रधान कमलेश कुमारी का कहना है कि समस्या उनके ध्यान में है। सफाई कर्मचारी न होने के कारण शौचालयों की सफाई मुख्य समस्या है। इसके समाधान के लिए दुकानदारों तथा टैक्सी चालकों की एक कमेटी तैयार की जाएगी तथा उस कमेटी को इसे सौंप दिया जाएगा ताकि वह सफाई व्यवस्था को दुरस्त रख सकें।