कोटला स्कूल के मैदान में ढहे डंगे से खतरा
कोटला के सबसे पुराने स्कूल राजकीय प्राथमिक केंद्र पाठशाला कोटला के खेल मैदान के साथ लगाए गए डंगे को गिरे हुए हुए लगभग पांच महीने का समय बीत चुका है लेकिन शिक्षा विभाग इसे दुरूस्त करने के लिए कोई कदम नहीं उठा रहा है। इस स्कूल में
संवाद सहयोगी, जुखाला : राजकीय प्राथमिक केंद्र पाठशाला कोटला के खेल मैदान के साथ लगाए गए डंगे को गिरे हुए पांच महीने का समय बीत चुका है, लेकिन शिक्षा विभाग इसे दुरूस्त करने के लिए कोई कदम नहीं उठा रहा है। स्कूल में पांचवी कक्षा तक के लगभग 70 बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। उनकी सुरक्षा भगवान के भरोसे ही है। डंगे की ऊंचाई लगभग दस फुट है तथा नीचे रास्ता भी है। डंगे की मरम्मत के लिए डाइट से बजट का प्रावधान होना था लेकिन डाइट के अधिकारी बजट न होने का रोना रोकर अपनी जिम्मेवारी से मुख मोड़ रहे हैं। शिक्षा विभाग की लापरवाही कभी भी नौनिहालों पर भारी पड़ सकती है। हैरानी की बात यह है कि तीन चार साल पूर्व भी यह डंगा गिर चुका है तथा इसकी मरम्मत करवाई गई थी लेकिन अब दोबारा यह डंगा गिर गया है। यदि समय रहते इसकी मरम्मत नहीं करवाई गई तो आने वाले समय में कभी भी हादसा पेश आ सकता है। हालांकि स्कूल प्रशासन ने बच्चों को गिरे हुए डंगे की तरफ जाने के लिए मना किया है।
अभिभावकों विनोद कुमार, नवदीप शर्मा, संजय शर्मा, जो¨गद्र शर्मा, र¨वद्र कुमार, संदीप कुमार का कहना है कि उनके बच्चों की सुरक्षा को लेकर न तो स्कूल प्रशासन रूचि दिखा रहा है और न ही शिक्षा विभाग सकारात्मक रवैया अपना रहा है। यदि बच्चे गिर जाते हैं तथा उन्हें चोट लगती है तो इसकी जिम्मेवारी स्कूल प्रशासन तथा शिक्षा विभाग की होगी।
वहीं, स्कूल की मुख्याध्यापिका कृष्णा शर्मा ने बताया कि इस बारे में कई बार डाइट को सूचित किया गया है। लेकिन डाइट की ओर से बजट का प्रावधान न होने की बात कहकर मामले को टाल दिया जाता है।