कोट वन बीट में वनरक्षक पर हमला
बस्सी जंगल में कोट वन बीट के वनरक्षक पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया।
जागरण संवाददाता, बिलासपुर : वन विभाग की नयनादेवी के तहत कोट बीट वन माफिया के प्रभाव से मुक्त नहीं हो पा रही है। इस बीट के तहत पड़ते बस्सी जंगल से स्थानीय एक डॉक्टर ने कुछ मजदूर लगाकर अमलतास के हरे पेड़ कटवा दिए हैं। इसकी सूचना मिलने पर वनरक्षक मौके पर पहुंचा। वह लकड़ी को जब्त कर वापस आ रहा था तो कुछ लोगों ने उस पर हमला कर दिया। वनरक्षक ने फोन पर रेंजर व डिप्टी रेंजर को घटना की सूचना दी। लेकिन दोनों अधिकारी मौके पर नहीं आए। वनरक्षक ने इसकी शिकायत वरिष्ठ अधिकारियों से की है।
कोट बीट में तैनात घुमारवीं निवासी प्रीतम ¨सह ने बताया उसे सूचना मिली थी बस्सी जंगल से पशु पालन विभाग के डॉक्टर ने तीन मजदूर लगाकर अमलतास के हरे पेड़ कटवा दिए हैं और वहां पर लकड़ी का प्रयोग मुर्गीखाने के निर्माण में कर रहा है। वह तुरंत मौके पर पहुंचा तो पेड़ों के ठुंठ व लकड़ी बरामद हुई। उसने इलाके की वार्ड सदस्य को बुलाकर मौका करवाया। उसने पुलिस को भी सूचित किया। पुलिस ने मौके का मुआयना किया और डैमेज रिपोर्ट रोजनामचा में दर्ज की है। वनरक्षक ने बताया क्षेत्र में वन माफिया का प्रभाव पहले की तरह है। उसने रेंजर व डिप्टी रेंजर को भी पेड़ काटने की सूचना दी लेकिन वे मौके पर नहीं पहुंचे। जब वह कार्रवाई कर लौट रहा था तो आरोपितों ने उस पर हमला कर दिया। इससे उसके बाजू व शरीर के अन्य हिस्सों में गंभीर चोटें पहुंची हैं।