स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी संघ का दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) कर्मचारी संघ ने प्रदेश सरकार पर अनदेखी का आरोप लगाया है।
संवाद सहयोगी, बिलासपुर : राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) कर्मचारी संघ ने प्रदेश सरकार पर एक जैसे कर्मचारियों की सेवाओं को लेकर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाया है। संघ के प्रदेशाध्यक्ष अरविद शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार मनरेगा व सर्व शिक्षा अभियान के कर्मचारियों को नियमित वेतनमान प्रदान कर रही है। वहीं, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में कार्यरत कर्मियों को इससे वंचित कर उनके हितों से खिलवाड़ किया जा रहा है।
अरविद शर्मा ने पत्रकारों से कहा कि प्रदेश सरकार ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में कार्यरत कर्मचारियों की मांगों पर विधानसभा का मानसून सत्र समाप्त होने से पहले गौर नहीं किया तो संघ से जुड़े कर्मचारी आंदोलन करने पर बाध्य होंगे। प्रदेश में लगभग 1500 कर्मचारी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में कार्यरत हैं। ये कर्मी 15 वर्षो से अनुबंध आधार पर कार्य कर रहे हैं। कई बार मागें उठाने के बाद भी इन कर्मियों को नियमित वेतनमान नहीं दिया जा रहा है। उनके वेतन में 10 से 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी भी नहीं की जा रही है। हालत यह है कि एनएचएम के कर्मचारी 58 वर्ष की आयु सीमा पूरी करने पर बिना किसी वित्तीय लाभ के सेवानिवृत्त हो रहे हैं। प्रदेश सरकार ने वर्ष 2016 की एक अधिसूचना जारी की थी जिसके तहत एनएचएम व आरकेएस कर्मचारियों को नियमित वेतनमान दिया जाना था। सरकार ने केवल आइजीएमसी शिमला, मेडिकल कालेज टांडा व नाहन में आरकेएस कमचारियों को ही नियमित वेतनमान दिया तथा एनएचएम कर्मचारियों की अनदेखी की गई। एनएचएम के कर्मचारियों ने कोरोना काल में स्वास्थ्य विभाग के अन्य कर्मचारियों की तरह दिन रात कार्य किया है। उन्होंने केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई है मगर उनकी अनदेखी की जा रही है। वैश्विक महामारी के बीच एनएचएम के पांच कर्मचारी कोरोना संक्रमित हो गए थे। इनमें से दो कर्मचारी ठीक होकर काम पर लौट आए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कोरोना काल मे बेहतर काम करने वाले कर्मचारियो के प्रोत्साहित करने के लिए वर्चुअल बैठक की लेकिन एनएचएम कर्मचारियों से बात करने से भी परहेज किया। उन्होंने सरकार से एनएचएम कर्मचारी संघ की मांगों पर गौर करने का आग्रह किया है। इस दौरान राज्य उपप्रधान वंदना, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य प्रदीप, शिखा, प्रदीव व पंकज मौजूद रहे।