बस क्यू शेल्टर के साइज पर जिला परिषद ने चलाई कैंची
18 गांवों में रोडवेज ने बस क्यू शेल्टर बनाने का जो साइज बनाया था उस पर जिला परिषद ने कैंची चला दी है। रोडवेज द्वारा निर्धारित साइज के शेल्टर न बनाकर जिला परिषद के अधिकारियों ने बहुत छोटे बना दिए हैं।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : 18 गांवों में रोडवेज ने बस क्यू शेल्टर बनाने का जो साइज बनाया था, उस पर जिला परिषद ने कैंची चला दी है। रोडवेज द्वारा निर्धारित साइज के शेल्टर न बनाकर जिला परिषद के अधिकारियों ने बहुत छोटे बना दिए हैं। शेल्टर के ऊपर जो शेड डाला गया है वो तो इतना छोटा है कि उससे न तो बरसात से बचाव होगा और न ही धूप से। ऐसे में रोडवेज के 30 लाख रुपये खराब होते दिख रहे हैं। लोगों की डिमांड पर बनाए गए क्यू शेल्टर : रोडवेज के पास 30 लाख रुपये का बजट गांवों में बस क्यू शेल्टर बनाने के लिए आया था। काफी समय से लोगों की डिमांड आ रही थी कि बस क्यू शेल्टर न होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्हें धूप व बरसात में खुले आसमान के नीचे ही खड़े होकर बस का इंतजार करना पड़ता है। सबसे ज्यादा दिक्कत स्कूल, कॉलेज जाने वाले छात्र-छात्राओं को होती है। रोडवेज ने ये पैसा जिला परिषद को दे दिया था ताकि पार्षद प्राथमिकता के हिसाब से शेल्टर बनवा सकें। जिप द्वारा अलाहर, माधोबांस, चाहड़ो, उर्जनी, पहाड़ीपुर, महमदपुर, झगूड़ी, हरिपुर कांबोज, बरौली माजरा, मलिक रायपुर, लोप्यो, इब्राहिमपुर, शामपुर, छलौर, जोगीवाड़ा, लेदी, महमदपुर व ललहाड़ी गांवों में क्यू शेल्टर बनाए जा रहे हैं। शेड का साइज बेस से छह फुट छोटा : रोडवेज अधिकारियों ने बताया कि एक क्यू शेल्टर पर एक लाख 69 हजार रुपये खर्च होना है। इसकी लंबाई 22 व चौड़ाई 12 फुट होनी थी। जिप ने शेल्टर का बेस 20 बाय 10 फुट कर दिया है। इतना ही नहीं शेल्टर पर जो शेड डाला गया है, वो मात्र 16 बाय 9 फुट का है। ये साइज इतना छोटा है कि बरसात में आसानी से भिगो देगा। बजट कम था : अनिल संधू
जिला परिषद उपाध्यक्ष अनिल संधू ने बताया कि इस बारे जेई से बात करने पर पता चला कि रोडवेज से मिला बजट कम था। छोटा साइज कंस्ट्रक्शन विग से मंजूर करवाया गया है। इसका शेड भी लोहे का है जो पानी से खराब नहीं होगा। जिप से रिपोर्ट मांगी है : लेखराज
रोडवेज जीएम लेखराज का कहना है कि जिप ने कितने गांवों में क्यू शेल्टर बनाए हैं इसके लिए दो दिन पहले ही पत्र लिख कर उनसे रिपोर्ट मांगी है।