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पांच सेकेंड से दौड़ में चूके युवा, करते रहे अफसरों की मिन्नतें

तेजली खेल परिसर में सेना भर्ती की प्रक्रिया सोमवार रात 12 बजे से शुरू हो गई। पहले दिन पंचकूला चंडीगढ़ व कुरुक्षेत्र के युवाओं ने भाग लिया। दौड़ में मात्र पांच सेकेंड से भी चूकने वालों को बाहर कर दिया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 21 Aug 2019 10:58 AM (IST)Updated: Thu, 22 Aug 2019 06:36 AM (IST)
पांच सेकेंड से दौड़ में चूके युवा, करते रहे अफसरों की मिन्नतें
पांच सेकेंड से दौड़ में चूके युवा, करते रहे अफसरों की मिन्नतें

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : तेजली खेल परिसर में सेना भर्ती की प्रक्रिया सोमवार रात 12 बजे से शुरू हो गई। पहले दिन पंचकूला, चंडीगढ़ व कुरुक्षेत्र के युवाओं ने भाग लिया। दौड़ में मात्र पांच सेकेंड से भी चूकने वालों को बाहर कर दिया। कई युवा तो आर्मी के अफसरों के पैरों में गिड़गिड़ाते रहे, लेकिन नियमों में किसी तरह की ढील नहीं दी गई। हालांकि दौड़ लगाते समय अफसर अभ्यर्थियों का हौसला बढ़ाते रहे।

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खेल परिसर के बाहर खाली पड़े मैदान में अभ्यर्थियों को एकत्र किया गया था। यहां पर दोनों ओर बल्लियां लगाई गई, जिसमें अभ्यर्थी एक-एक कर लाइन में लगकर आ रहे थे। बाहर ही लंबाई मापने के लिए डंडा लगाया हुआ था। परिसर में अभ्यर्थियों के कागजात चेक हुए। इन कागजों को देखकर अभ्यर्थी की उम्र, शैक्षणिक योग्यता व अन्य प्रमाण पत्रों की जांच की हुई। ठीक मिलने पर फिजिकल टेस्ट के लिए गए। एक बार में 150 अभ्यर्थियों का ग्रुप भेजा जा रहा था। कागजों के जरिए छिपा रहे उम्र

भर्ती के दौरान ऐसे भी अभ्यर्थी मिले, जिन्होंने अपनी दसवीं की परीक्षा किसी अन्य बोर्ड से और 12वीं की किसी अन्य बोर्ड से की थी। यह उम्र छिपाने के लिए दोबारा से ओपन बोर्ड व अन्य माध्यम से की गई। ऐसे तीन-चार अभ्यर्थियों को योग्य नहीं माना गया। दो युवक ऐसे मिले, जिनके दस्तावेज ऑरिजनल नहीं लग रहे थे। उन्हें भी बाहर कर दिया गया। अलग-अलग ग्रुप में ले रहे दौड़ने वाले को

फिजिकल टेस्ट में 1600 मीटर की दौड़ पांच मिनट 30 सेकेंड में पूरी करनी है। इसमें यदि कोई समय से पहले यह दौड़ पूरी कर लेता है, तो उसे एक्सीलेंट के ग्रुप में और समय पर आने वाले को दूसरे ग्रुप में रखा गया। पारदर्शिता के लिए पास होने वाले अभ्यर्थियों की फोटो भी करवाई गई। दौड़ में फेल होने वालों के लिए पीछे का रास्ता खुला हुआ था। उन्हें आर्मी की गाड़ी में बिठाकर सड़क पर छोड़ दिया गया।


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