यूनिस खान हत्याकांड : आरोपित मोहम्मद आलम दो दिन के पुलिस रिमांड पर
सदर यमुनानगर थाना क्षेत्र में छह अक्टूबर को गांव रतनपुरा रोड पर मेडिकल स्टोर व क्लीनिक संचालक 40 वर्षीय यूनिस खान के हत्यारोपित मोहम्मद आलम को पुलिस ने सोमवार को कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे दो दिन के रिमांड पर लिया गया है। आरोपित मोहम्मद आलम मृतक का रिश्ते में मौसा लगता था। उसके साथ ही दुकान पर वह करीब 15 वर्षाें से बतौर हेल्पर कार्य कर रहा था।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : सदर यमुनानगर थाना क्षेत्र में छह अक्टूबर को गांव रतनपुरा रोड पर मेडिकल स्टोर व क्लीनिक संचालक 40 वर्षीय यूनिस खान के हत्यारोपित मोहम्मद आलम को पुलिस ने सोमवार को कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे दो दिन के रिमांड पर लिया गया है। आरोपित मोहम्मद आलम मृतक का रिश्ते में मौसा लगता था। उसके साथ ही दुकान पर वह करीब 15 वर्षाें से बतौर हेल्पर कार्य कर रहा था। सीआइए टू के इंचार्ज महरूफ अली ने बताया कि आरोपित से वारदात में प्रयोग किया गया हथियार व कपड़े बरामद करने हैं। इसलिए उसे दो दिन के रिमांड पर लिया गया है। मूल रूप से उत्तर प्रदेश के जिला बरेली के नवाबगंज निवासी यूनिस खान यहां बाड़ी माजरा रोड पर शंभू कालोनी में कादरी मेडिकल स्टोर व क्लीनिक चलाता था। तीन माह पहले ही वह यहां पर आया था। इससे पहले बरेली में वह क्लीनिक चलाता था। उसका भाई अलीम थर्मल प्लांट में मैकेनिकल फीटर के पद पर कार्यरत है और परिवार सहित यही रहता है। यहां आने के बाद यूनिस खान भी थर्मल कालोनी में ही परिवार के साथ किराये के मकान में रह रहा था। उसके साथ ही बतौर हेल्पर कार्य करने वाले मोहम्मद आलम रहता था। छह अक्टूबर की रात को गांव रतनपुरा के पास यूनिस की हत्या कर दी गई थी। उसका शव थर्मल कालोनी से रतनपुरा रोड पर कार के पास खून से लथपथ हालत में मिला था। इस मामले में सदर यमुनानगर थाना पुलिस ने केस दर्ज किया था। इसके बाद से केस की तफ्तीश सीआइए टू की टीम कर रही थी। तफ्तीश के दौरान सामने आया कि मोहम्मद आलम ने ही वारदात को अंजाम दिया है। जिस दिन यूनिस खान के शव का पोस्टमार्टम कराया गया था। उस दिन आरोपित वहां से निकल गया था। इसके साथ ही घर पर भी वह नहीं पहुंचा था। जिससे पुलिस को उस पर शक हुआ था। इसी आधार पर आरोपित को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी। आरोपित से पूछताछ में सामने आया कि यूनिस ने कुछ समय अपने गांव का मकान दस लाख रुपये में बेचा था। इस मकान का सौदा भी आरोपित मोहम्मद आलम ने कराया था। उसकी दुकान का भी सौदा आरोपित ने करा रखा था। इस पैसे पर उसकी नजर थी। इसलिए ही उसने यूनिस खान की हत्या की।