ई संजीवनी पोर्टल से घर बैठे ले सकते हैं स्वास्थ्य लाभ : दहिया
कोरोना महामारी अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हुई है। हालांकि अब बचाव के लिए वैक्सीन भी मिलने की उम्मीद है। जनवरी माह से चार चरणों में टीकाकरण शुरू होगी।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : कोरोना महामारी अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हुई है। हालांकि अब बचाव के लिए वैक्सीन भी मिलने की उम्मीद है। जनवरी माह से चार चरणों में टीकाकरण शुरू होगी। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग तैयारियां कर रहा है। सैंपलों की संख्या भी बढ़ाई गई है। जिससे कोरोना संक्रमितों की पहचान हो सके। अब लैब भी जिले में ही स्थापित हो गई है। ऐसे में मरीजों को सैंपलों की रिपोर्ट के लिए अधिक इंतजार नहीं करना पड़ता है। कोरोना से बचाव व अन्य तैयारियों पर संवाददाता अवनीश कुमार ने सिविल सर्जन डा. विजय दहिया से विशेष बातचीत की। पेश हैं उनसे बातचीत के अंश -
सवाल : कोरोना वैक्सीन कब लेकर किस तरह की तैयारियां है कब तक
जवाब : कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन संभवत जनवरी माह से लगनी शुरु हो जाएगी। शुरूआत में चार चरणों में वैक्सीन लगेगी। पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मियों को लिया जाएगा। इसके लिए निजी व सरकारी संस्थानों से करीब सात हजार कर्मियों का डाटा तैयार किया गया है।
सवाल : अब लोग कोरोना का सैंपल देने से पीछे हट रहे हैं।
जवाब : ऐसा नहीं है। अब अस्पताल की ओपीडी में आने वाले हर मरीज की कोरोना जांच अनिवार्य की गई है। अक्सर लोग हल्के लक्षण होने पर जांच नहीं कराते। ऐसे में वह कोरोना के वाहक बन सकते हैं। हो सकता है उन्हें कोई दिक्कत न हो, लेकिन उनके संपर्क में आने वाले बुजुर्ग, बीमार व परिवार के सदस्यों को परेशानी हो सकती है। इसलिए जरूरी है कि वह कोरोना जांच कराए। हल्के लक्षण वाले मरीज होम आइसोलेट भी हो सकते हैं। सबसे अधिक जरूरी है कि अच्छी तरह से मास्क पहनकर रखें और बाजार या भीड़ वाली जगह पर जाने से बचे। बहुत अधिक जरूरी है, तो वहां भी दो गज की दूरी का पालन करें।
सवाल : होम आइसोलेशन में किस तरह की सावधानी रखें।
जवाब : होम आइसोलेशन में मरीज के साथ-साथ उसकी देखभाल करने वाले को भी एहतियात बरतनी जरूरी है। वैसे तो विभाग की टीम मरीज को फालो करती है, लेकिन मरीज व देखभालकर्ता के लिए कुछ हिदायतें हैं। इसके लिए बुकलेट तैयार कराई गई है। जिसमें सभी नियमों के बारे में बताया गया है। यह मरीज को दी जाती है। इस बुकलेट की हिदायतों का पालन करना जरूरी है।
सवाल : ई संजीवनी पोर्टल पर किस तरह का रिस्पांस है।
जवाब : ई संजीवनी पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराने से मरीज का फायदा होगा। वह मोबाइल पर भी एप डाउनलोड कर सकता है। इससे किसी भी बीमारी के साधारण लक्षण होने पर अस्पताल में आने की जरूरत नहीं है। वह इंटरनेट के माध्यम से ही डाक्टर से परामर्श ले सकता है। वहां से मिली स्क्रिप्शन लिस्ट मेडिकल स्टोरों पर भी मान्य है। यह इसलिए किया गया है। जिससे अस्पताल में गंभीर स्थिति में ही आने की जरूरत पड़े, ताकि भीड़ कम हो।
सवाल: अब स्कूल खुलने है। बच्चों के टेस्ट की क्या व्यवस्था रहेगी।
जवाब इसके लिए शिक्षा विभाग से संपर्क कर शेड्यूल बनाया जा रहा है। टेस्टिग टीम स्कूलों में जाएगी। सिविल अस्पताल में भी टेस्ट कराया जा सकता है।
सवाल: कोविड सेंटर बंद कर दिए गए।
जवाब : अभी केस कम है। केवल ईएसआइ अस्पताल से काम चल रहा है। मरीजों को होम आइसोलेट किया जा रहा है। जरूरत पड़ी तो फिर चालू कर दिया जाएगा।
सवाल: क्या आयुष्मान योजना में भी कोरोना संक्रमित हो सकता है।
जवाब : बिल्कुल काफी मरीजों ने इस योजना का लाभ भी लिया है। इसकी गाइडलाइन जारी हो चुकी है।