बड़ी कोठी, लंबी कार व एसी वाले भी चाहते हैं बीपीएल कार्ड का राशन
सुविधा संपन्न होने के बाद भी मन बेईमान बना हुआ है। जरूरतमंदों को बीपीएल धारकों को मिलने वाले राशन पर पैनी नजर गड़ाए है। राशन मिले कार्ड के लिए आवेदन भी कर दिया।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर :
बड़ी, लंबी चौडी कोठी और कार के मालिक हैं। वातानुकूलित हवा भी ले रहे हैं। सुविधा संपन्न होने के बाद भी मन बेईमान बना हुआ है। जरूरतमंदों को बीपीएल धारकों को मिलने वाले राशन पर पैनी नजर गड़ाए है। राशन मिले कार्ड के लिए आवेदन भी कर दिया। अब बीपीएल की शर्तों को पूरा नहीं कर पा रहे हैं। आधे आवेदक सर्वे से नियमों को पूरा नहीं करने पर पहले की बाहर हो गए। अब नगर निगम के विभिन्न वार्डों में सर्वे चल रहा है। इस दौरान भी ऐसे आवेदकों की संख्या कम नहीं है जिन्होंने गलत सूचनाएं दी हैं। इनका नाम सूची से बाहर हो रहा है। अगस्त, सितंबर व अक्टूबर-2019 में 9712 लोगों ने आवेदन किया। इनमें से 2063 के आवेदक ही शर्तों कर पाए। इसी प्रकार नवंबर-दिसंबर-2019 में 2316 व जनवरी से अप्रैल-2020 में 5022 में से 2687 लोगों के आवेदन पत्र रद हुए है। इन 15 बिदुओं की हो रही है पड़ताल :
50 हजार या इससे ऊपर की लिमिट वाला क्रेडिट कार्ड है। 2.5 एकड़ या इससे अधिक कृषि योग्य भूमि है। कोई सदस्य प्रोफेशनल टैक्स अदा कर रहा हो। यदि किसी परिवार के पास टू, थ्री या फोर व्हीलर है। टू या फोर व्हीलर एग्रीकल्चर इंपलीमेंट्स है। कोई सदस्य सेंटर, स्टेट, बोर्ड या निगम का कर्मचारी है। आया सभी स्त्रोत से 1.20 लाख रुपये से ऊपर है। 10 हजार रुपये से ऊपर कमा रहा है। आयकर अदा कर रहा है। सदस्य जीएसटी अदा कर रहा है। पक्की दीवार या पक्की छत के दो कमरे हैं। 50 स्केयर मीटर से अधिक मकान या फ्लैट है। घर में फ्रिज या एसी है। लैंड लाइन फोन है। परिवार का सदस्य किसी फर्म का मालिक या पार्टनर हो। बीपीएल राशन कार्ड बनवाने के लिए लोग नियमों की परवाह नहीं कर रहे हैं। झूठे शपथ पत्र दिए जा रहे हैं। कार और एसी वालों ने भी बीपीएल के लिए आवेदन किया है। नगर निगम के सर्वे में यह सच्चाई सामने आई है। टीम ने 4690 घरों का सर्वे किया। इनमें से 1760 अयोग्य मिले हैं। आवेदन करने वालों की आर्थिक स्थिति को देख टीम के सदस्य भी हैरान रह गए। साधन संपन्न लोग बीपीएल का लालच कर रहे हैं। अब दोबारा नहीं मिलेगा मौका गलत सूचना वालों को नहीं मिलेगा मौका :
बीपीएल राशन कार्ड बनवाने के यदि गलत सूचना के कारण फार्म रद होता है। उसको दूसरा मौका नहीं मिलेगा। कार्ड बनवाने की प्रक्रिया ऑनलाइन है। आवेदन भी ऑन लाइन हुए है। सीएसी और सरल केंद्रों पर यह सुविधा दी जा रहा है। कार्ड के लिए किसी भी अफवाह पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है। कुछ लोग बहका लेते हैं। इनसे बचना चाहिए। सर्वे टीम भी दिक्कत में :
निगम ने आवेदेकों की जांच के लिए टीम का गठन किया हुआ है। टीम वार्ड के मुताबिक सर्वे कर रही है। अधिकतर आवेदकों ने जानकारी गलत दी हुई। कुछ लोगों ने फोन नंबर भी गलत दिए हुए या फिर फोन नंबर दूसरों के है। जिस कारण टीम के सदस्य मौके तक नहीं पहुंच पा रहे हैं।
बहुत गलत जानकारी सामने आ रही है:
यह बात सच है कि बीपीएल कार्ड के लिए कुछ लोगों ने जानकारी छिपाई हुए है। जानकारी हैरानी होती है। जिन आवेदकों ने गलत जानकारी दी है, उनका नाम लिस्ट से काटा जा रहा है। सर्वे के दौरान पूरी पारदर्शिता बरती जा रही है। आवेदक को सही जानकारी देनी चाहिए। तभी जरूरतमंदों तक सरकार की योजना पहुंचेंगी।
विपिन गुप्ता, प्रोजेक्ट ऑफिसर