कट आउट. स्वतंत्रता दिवस पर काले झंडे लहराना किसानों के बलिदान का अपमान: भारत भूषण
तीन अध्यादेशों के विरोध में किसान यूनियन की ओर से स्वतंत्रता दिवस पर काले झंडे लहराने और तीन अध्यादेशों को जलाकर विरोध दर्ज कराने को भाजपा ने गलत कार्य बताया है।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर :
तीन अध्यादेशों के विरोध में किसान यूनियन की ओर से स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर काले झंडे लहराने के निर्णय पर भाजपा प्रदेश प्रवक्ता भारत भूषण जूयाल ने कहा कि किसानों ने देश की आजादी की लड़ाई लड़ने के लिए अपने हल, फावड़े और दरांतियां पिघलाकर तलवारें बनाई। देश को गुलामी से मुक्त कराया। आज उन्हीं किसानों के नाम पर राजनीति करके अपने आपको सुर्खियों में लाने वाले लोग किसान हितैषी नहीं हैं। बल्कि ऐसा करके वे किसान के उस बलिदान व संघर्ष को दाग लगाने का काम कर रहे हैं। स्वतंत्रता दिवस एक ऐसा पर्व है जिस देश का हर वर्ग संप्रदाय, धर्म और जाति के लोग बड़े गर्व समर्पण के भाव से मनाते हैं। ऐसे पावन और गौरवशाली अवसर पर काले झंडे लहराकर राष्ट्र ध्वज व राष्ट्रभावना का अपमान करने का तुच्छ कार्य किसान यूनियन के पदाधिकारी कर रहे हैं। लोकतंत्र में अपना विरोध प्रकट करने का सभी को अधिकार है लेकिन ऐसे राष्ट्रीय गौरव के अवसर पर हम इस प्रकार के कृत्य को किसी से कल्पना नहीं कर सकते।