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दिल्ली जेल में बंद परमजीत के परिवार को संयुक्त किसान मोर्चा ने राशन उपलब्ध करवाया

जनवरी को दिल्ली में किसान आंदोलन के दौरान हुई हिसा के आरोप में दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए गांव पिलखनवाला के परमजीत सिंह के परिवार को संयुक्त किसान मोर्चा ने भोजन सामग्री उपलब्ध करवाई है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 06 Feb 2021 06:40 AM (IST)Updated: Sat, 06 Feb 2021 06:40 AM (IST)
दिल्ली जेल में बंद परमजीत के परिवार को संयुक्त किसान मोर्चा ने राशन उपलब्ध करवाया
दिल्ली जेल में बंद परमजीत के परिवार को संयुक्त किसान मोर्चा ने राशन उपलब्ध करवाया

संवाद सहयोगी, साढौरा : 26 जनवरी को दिल्ली में किसान आंदोलन के दौरान हुई हिसा के आरोप में दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए गांव पिलखनवाला के परमजीत सिंह के परिवार को संयुक्त किसान मोर्चा ने भोजन सामग्री उपलब्ध करवाई है। परमजीत सिंह के बारे में जानकारी मिलने पर शुक्रवार को जिला परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष अनिल संधू व भाकियू के हलका अध्यक्ष संजीव सैनी पिलखनवाला में परमजीत सिंह के परिवार से मिलने पहुंचे। उन्होंने परमजीत के परिवार को राशन उपलब्ध करवाते हुए परमजीत की रिहाई के लिए हरसंभव प्रयास करने का आश्वासन दिया। अनिल संधू व संजीव सैनी ने बताया कि परमजीत सिंह के छोटे भाई शेर सिंह के बैंक खाते की डिटेल संयुक्त किसान मोर्चा को भेज दी गई है। परिवार की आर्थिक सहायता के लिए संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से खाते में रकम भेजी जाएगी। गौरतलब है कि पाठी का काम करने वाले परमजीत के पास खेती के लिए जमीन नहीं है। इसलिए पाठी के तौर पर उनकी मामूली आय व उनकी सास की मासिक पेंशन पर ही परिवार का गुजारा होता है। परिवार में परमजीत सिंह की पत्नी लखविद्र कौर, बेटा हरप्रीत सिंह, बेटी सिमरन जीत कौर है। इस दौरान मलकीत सिंह कप्तान माजरी व रणबीर मानकपुर भी मौजूद थे। किसानों ने किया सरकार के खिलाफ रोष व्यक्त

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संवाद सहयोगी, बिलासपुर : घाड़ क्षेत्र के रणजीतपुर गांव में घाड़ संघर्ष समिति व विभिन्न किसान संगठनों के पदाधिकारियों की बैठक हुई। इसमें किसानों ने कृषि कानूनों व सरकार की कार्यप्रणाली को लेकर रोष प्रकट किया।

समिति के चेयरमैन सुल्तान सिंह काठगढ़ ने कहा कि सरकार ने दिल्ली सिधु बार्डर पर एलओसी जैसी नाकाबंदी की है। किसानों पर आरोप लगाकर जेल में डाला जा रहा है। यह सरकार की तानाशाही है। किसान आंदोलन की सच्चाई दुनिया तक न पहुंचे इसलिए सरकार ने नेटवर्क बंद कर दिए। अलग-अलग राज्यों के किसान संगठनों के नेता व पदाधिकारी के द्वारा किसान बिलों के विरोध में सिघु बॉर्डर गाजीपुर बॉर्डर पर दिन रात आंदोलन कर संघर्ष कर रहे हैं।


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