स्लोगन राइटिग प्रतियोगिता में तोशिबा ने पाया प्रथम स्थान
मुकुन्द लाल नेशनल कालेज के वनस्पति विज्ञान विभाग की ओर से इशा फाउंडेशन के तत्वाधान में मृदा संरक्षण के लिए संगोष्ठी आयोजित की गई। जिसका संचालन डा. रामेशवर ग्रोच ने किया। मुख्य वक्ता के रूप में निशा शर्मा ने मिट्टी का महत्व पर अपने विचार रखे। इस अवसर पर एक स्लोगन राइटिग प्रतियोगिता भी करवाई गई। इसमें तोशिबा ने प्रथम दिशा शर्मा ने द्वितीय कामना ने तृतीय पुरस्कार प्राप्त किया।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर :
मुकुन्द लाल नेशनल कालेज के वनस्पति विज्ञान विभाग की ओर से इशा फाउंडेशन के तत्वाधान में मृदा संरक्षण के लिए संगोष्ठी आयोजित की गई। जिसका संचालन डा. रामेशवर ग्रोच ने किया। मुख्य वक्ता के रूप में निशा शर्मा ने मिट्टी का महत्व पर अपने विचार रखे। इस अवसर पर एक स्लोगन राइटिग प्रतियोगिता भी करवाई गई। इसमें तोशिबा ने प्रथम, दिशा शर्मा ने द्वितीय, कामना ने तृतीय पुरस्कार प्राप्त किया। वहीं, रुचिता, नेहा, शिवानी को सांत्वना पुरस्कार मिला। कार्यकारी प्राचार्य डा राहुल खन्ना ने कहा कि मिट्टी मां के समान होती है। यह हमें जीवन प्रदान करती है इसलिए हमारा भी यह कर्तव्य है कि हम इसके संरक्षण के लिए कार्य करें। इस अवसर पर अनामिका, डा. सरिता भंडारी, आशा रानी, डा. पूनम उपस्थित रहे। साढौरा : टोडऱपुर के नैब ने बैंगलौर में आयोजित अंतरराष्ट्रीय10 किमी लंबी मैराथन दौड़ के 35 से 39 आयु वर्ग में 37वां स्थान प्राप्त किया है। इसमें 1187 धावकों ने भाग लिया था। उज्ज्वल भविष्य संस्था, श्री शिव गणपति सेवा मंडल तथा हक की आवाज संस्थाओं ने नैब को सम्मानित करने की घोषणा की है। उज्ज्वल भविष्य संस्था के राकेश शर्मा ने कहा कि क्षेत्र के किसी भी एथलीट द्वारा अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में पहली बार भाग लेते हुए यह उपलब्धि हासिल करना बहुत गर्व की बात है। दिसंबर 2021 में वाराणसी में आयोजित तीसरी राष्ट्रीय मास्टर्स एथेलेटिक्स में नैब सिंह टोडऱपुर ने दो स्वर्ण एवं एक रजत पदक जीतने की सफलता पाई थी नैब ने 800 मीटर दौड़़ व 400 मीटर रिले दौड़ में स्वर्ण पदक तथा 1500 मीटर दौड़ में रजत पदक पाया। जबकि फरवरी में पंचकूला में आयोजित राज्य स्तरीय मास्टर्स एथेलेटिक्स प्रतियोगिता में भी नैब सिंह ने एक स्वर्ण व दो रजत पदक जीते थे। तब उन्हें 800 मीटर दौड़़ में पहला स्थान व 1500 मीटर व 5 किमी दौड़ में दूसरा स्थान पाया था।
राकेश शर्मा ने कहा कि नायब सिंह स्वयं अच्छे एथलीट होने के साथ युवाओं को एथेलेटिक्स का प्रशिक्षण देने का सराहनीय कार्य कर रहे हैं। खेल स्टेडियम में सुविधाओं का अभाव होने के बावजूद नैब सिंह की उपलब्धियां प्रेरणादायक है। नैब सिंह अपने सीमित साधनों के बावजूद स्टेडियम की दशा सुधारने के लिए भी प्रयासरत हैं।