जलभराव की दिक्कत दूर करने को तीन विभाग करेंगे सर्वे, दबाए जाएंगे पाइप
शहर में जलभराव की समस्या से निपटने के लिए नगर निगम जन स्वास्थ्य एवं अभियंत्रिकी विभाग व सिचाई विभाग के अधिकारी सर्वे करेंगे। तीनों विभागों के अधिकारियों की मेयर मदन चौहान ने संयुक्त बैठक ली।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : शहर में जलभराव की समस्या से निपटने के लिए नगर निगम, जन स्वास्थ्य एवं अभियंत्रिकी विभाग व सिचाई विभाग के अधिकारी सर्वे करेंगे। तीनों विभागों के अधिकारियों की मेयर मदन चौहान ने संयुक्त बैठक ली। भविष्य में जलभराव की दिक्कत न हो इसको लेकर योजना तैयार की गई। जहां जहां पर जलभराव की दिक्कत हुई, वहां पानी की निकासी न होने का पता लगाया जाएगा। जहां सीवर लाइन नहीं है, वहां पर सीवर लाइन दबाए जाएंगे। जगाधरी के पानी के लिए बस स्टैंड से सीधा सड़क किनारे सीवरेज दबाया जाएगा। पंचायत भवन के पास सीवरेज को दुरस्त कर इसकी क्षमता बढ़ाई जाएगी। जगाधरी की कई कॉलोनियों से निकलने वाला पानी परवालों गांव में तैयार हो चुके 24 एमएलडी क्षमता वाले सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में भी गिरेगा। यहां ट्रीट होकर पश्चिमी यमुना नहर में जाएगा। अभी तक यह पानी हुडा से होता हुआ यमुनानगर शहर की विभिन्न कॉलोनियों से गुजर रही सीवरेज लाइन के जरिए कैंप के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में जा रहा है। जगाधरी से आने पानी से यमुनानगर में जलभराव न हो इसके लिए सीवरेज लाइन की क्षमता को भी बढ़ाया जाएगा।
अभी यह है समस्या
यमुनानगर-जगाधरी शहर से करीब 100 एमएलडी पानी निकलता है। सीवरेज लाइन की क्षमता कम है। जगाधरी से निकलने वाले नाले का पानी फिलहाल जिमखाना के पास दो भागों में बंट जाता है। एक नाला प्रोफेसर कॉलोनी के बीच से निकलता है। जबकि कुछ पानी सीवरेज लाइन के माध्यम से पंचायत भवन व कन्हैया चौक से होकर आगे जाता है। पंचायत भवन के पास सीवरेज लाइन की क्षमता कम है। अधिक बारिश होने पर यह पानी का दबाव नहीं झेल पाता। इससे शहर की कॉलोनियों में जलभराव होता है। कई कॉलोनियां जलमग्न हो जाती हैं। इसी समस्या को दूर करने के लिए परवालो में 24 एमएलडी की क्षमता का सीवर ट्रीटमेंट प्लांट लगाया गया है।
सभी क्षेत्रों में हो सुधार
मेयर मदन चौहान ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि नगर निगम के हर क्षेत्र में जलभराव की समस्या का सुधार होना चाहिए। जहां नाले बनाए जाने हैं, वहां नाले बनाए जाए। जहां सीवरेज लाइन दबानी है, वहां सीवर लाइन दबाई जाए।