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10 हजार प्लेटलेट है, तो भी डेंगू या वायरल फीवर से घबराने की जरूरत नहीं : डॉ. गाबा

मलेरिया के बाद अब डेंगू का खतरा बढ़ रहा है। शहर से लेकर गांव तक लोग चपेट हैं। निजी अस्पतालों में सबसे अधिक वायरल के मरीज पहुंच रहे हैं। अधिकतर में डेंगू के लक्षण मिल रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 30 Sep 2019 09:10 AM (IST)Updated: Mon, 30 Sep 2019 09:10 AM (IST)
10 हजार प्लेटलेट है, तो भी डेंगू या वायरल फीवर से घबराने की जरूरत नहीं : डॉ. गाबा
10 हजार प्लेटलेट है, तो भी डेंगू या वायरल फीवर से घबराने की जरूरत नहीं : डॉ. गाबा

यमुनानगर: मलेरिया के बाद अब डेंगू का खतरा बढ़ रहा है। शहर से लेकर गांव तक लोग चपेट हैं। निजी अस्पतालों में सबसे अधिक वायरल के मरीज पहुंच रहे हैं। अधिकतर में डेंगू के लक्षण मिल रहे हैं। मरीजों की प्लेटलेट घट रही है। जिससे मरीज व उनके परिजन घबरा रहे हैं। ऐसे में डेंगू के खतरे व बचाव के बारे में संवाददाता अवनीश कुमार ने गाबा अस्पताल के संचालक डॉ. बीएस गाबा से बातचीत की।

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सवाल : इस समय किस तरह के मरीज अधिक आ रहे हैं।

जवाब : वायरल के अधिक मरीज आ रहे हैं। इनमें बुखार, जुकाम, खांसी, गला खराब व शरीर में दर्द रहने वाले मरीज है। यह एक तरह से बुखार है। इसमें मरीजों के प्लेटलेट कम हो जाते हैं। इनमें डेंगू के भी मरीज हैं। सवाल : प्लेटलेट कम होते ही मरीज घबरा जाता है।

जवाब : प्लेटलेट कम होने पर घबराने की जरूरत नहीं है। हमने 10 हजार प्लेटलेट रहने पर भी मरीज को ठीक किया है। प्लेटलेट कम या अधिक होने पर मरीज को ध्यान नहीं देना चाहिए। कई बार एक लाख प्लेटलेट वाला मरीज भी गंभीर हालत में होता है। यह कम या अधिक होना मायने नहीं रखता। इसलिए बिल्कुल भी मरीज को घबराना नहीं चाहिए। वह तुरंत डॉक्टर के पास जाकर इलाज शुरू कराए। सवाल : डेंगू व वायरल फीवर होने पर क्या करें।

जवाब : डेंगू व वायरल फीवर दोनों का लगभग एक जैसा इलाज होता है। सबसे अधिक जरूरी है कि फीवर होने पर मरीज भरपेट खाना खाए। कोई अलग से विशेष दवाई इसके लिए नहीं है। केवल पैरासिटामोल की गोली लेते रहे। सबसे अधिक जरूरी खाना है। यदि खाना नहीं खा सकते, तो जूस लेते रहें। सवाल : अक्सर डेंगू या वायरल फीवर में दिक्कत बढ़ जाती है।

जवाब : दिक्कत तभी बढ़ती है, जब खाना बंद हो जाए और मरीज पानी नहीं पीता। जिससे मरीज को उल्टियां होनी शुरू हो जाती है। ऐसे पांच से दस प्रतिशत मरीज होते हैं। इसमें तुरंत मरीज को एडमिट किया जाना चाहिए। उसे ड्रिप लगाकर ग्लूकोज दिया जाता है, ताकि पानी की पूर्ति की जा सके। सवाल : डेंगू कितना खतरनाक है।

जवाब : जिन मरीज को पहले से सांस, शुगर, दिल, कैंसर की बीमारी है। उनके लिए डेंगू बेहद खतरनाक है। बच्चों व बुजुर्गों के लिए भी यह गंभीर बीमारी है। ऐसे में जरूरी है कि मरीज पहले डेंगू की दवाई खाए। इस दौरान कोई अन्य दर्द निवारक गोली न लें। सवाल : डेंगू के फैलने का कारण क्या है।

जवाब : यह पानी से ही फैलता है। जहां पर पानी एकत्र होगा। उसमें मच्छर पनपेंगे। इसलिए जरूरी है कि आसपास पानी एकत्र न होने दें। मच्छरों से बचने के लिए मच्छरदानी का प्रयोग करें।


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