कपालमोचन मेले में पहुंचने लगे श्रद्धालु, नहीं दिखाई दी सुरक्षा व्यवस्था
कपालमोचन मेले की तैयारियों को लेकर प्रशासनिक अधिकारी पंद्रह दिन से दिन रात कार्य कर अंतिम तैयारियों में जुटे हैं। पुलिस प्रशासन अपने कार्य में पिछड़ता नजर आ रहा है। मेले में श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरू हो गया है। अभी तक कोई पुलिसकर्मी यहां तैनात नहीं किया गया। शनिवार देर शाम तक भी मेला परिसर में श्रद्धालुओं का आना-जाना लगा रहा है, लेकिन सुरक्षा व्यवस्था के लिहाज से एक भी पुलिस कर्मी मेला परिसर में नजर नही आया।
संवाद सहयोगी, बिलासपुर : कपालमोचन मेले की तैयारियों को लेकर प्रशासनिक अधिकारी पंद्रह दिन से दिन रात कार्य कर अंतिम तैयारियों में जुटे हैं। पुलिस प्रशासन अपने कार्य में पिछड़ता नजर आ रहा है। मेले में श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरू हो गया है। अभी तक कोई पुलिसकर्मी यहां तैनात नहीं किया गया। शनिवार देर शाम तक भी मेला परिसर में श्रद्धालुओं का आना-जाना लगा रहा है, लेकिन सुरक्षा व्यवस्था के लिहाज से एक भी पुलिस कर्मी मेला परिसर में नजर नही आया। कपालमोचन बस स्टैंड चौक, ऋण मोचन सरोवर चौक, कंबोज धर्मशाला मार्ग सहित मेला में एक भी पुलिस कर्मचारी दिखाई नहीं दिया।
होने लगी जाम की स्थिति
मेला परिसर कपालमोचन बस स्टैंड से ऋण मोचन तक जाने वाली मुख्य सड़क के एक ओर दुकानों को लगा दिया गया है ,वही उधम ¨सह चौक से कपाल मोचन की मुख्य सड़क के दोनों ओर दुकानें लगने से मेले के दौरान जाम की स्थिति पैदा होगी। इस बारे में जब मेला प्रशासन से बात की गई तो उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन के सहयोग के बिना अतिक्रमण व सड़कों के किनारे दुकानें लगने के कार्य को रोका नहीं जा सकता है। इस बारे में थाना प्रभारी से बात की तो उन्होंने फोन नहीं उठाया।
शाही स्नान सोमवार से शुरू
कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर धर्मनगरी कपालमोचन में लगने वाले 5 दिवसीय राज्य स्तरीय मेले में पंचभीखी स्नान का शुभारंभ 19 नवंबर को साधु प्रवेश शाही स्नान के साथ किया जाएगा । महंत श्री रामस्वरूप व श्री चंद आश्रम के महंत बल¨जद्र दास ने बताया कि शाही स्नान खेड़ा मंदिर से आरंभ होकर बैंड बाजों के साथ मुख्य बाजार से होते हुए कपाल मोचन के तीनों सरोवर में स्नान के साथ शरू किया जा रहा है। सोमवार दोपहर बाद उपायुक्त महोदय तीन बजे मेला प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे।
मेले की अंतिम तैयारियों में जुटा प्रशासन
मेले की तैयारियों को लेकर प्रशासन जहां दिन रात मेला क्षेत्र को नया रूप देने में जुटा है। एसडीओ पंचायती राज एस के गोयल ने बताया कि सूरजकुंड कार्यालय के समीप एक वाहन स्टैंड का निर्माण किया गया है ताकि मेले के दौरान आने वाले अधिकारियों व अन्य कर्मचारियों को अपने वाहनों को खड़ा करने में किसी प्रकार की परेशानी ना हो। तीनों सरोवर में पानी भर दिया गया है। सूरजकुंड में श्राइन बोर्ड कार्यालय में काउंटिंग रूम बनाने से चढ़ावे की गिनती में सुविधा होगी। इसके साथ साथ सूरजकुंड सरोवर व ऋण मोचन सरोवर में लगभग 15 स्थाई शौचालयों को निर्माण किया गया है। मक्खी मच्छर के निवारण के लिए शनिवार से ही फो¨गग शुरू कर दी है।
मेला परिसर के सेक्टर चार में भरा पानी
मेला परिसर में पानी निकासी की समस्या के अभाव में सेक्टर चार में स्थित खेतों में पानी एकत्रित होना शुरू हो गया है। किसान केवल किशन, राज कुमार, राम कुमार, ज्ञान दास, प्रेम चंद शर्मा ने बताया कि कपालमोचन में स्थिति सभी धार्मिक स्थलों व घरों के गंदे पानी की निकासी ना होने से सेक्टर चार के खेतों में पानी बढ़ता जा रहा है, जिसके कारण आस पास के क्षेत्र में बदबू फैल रही है। इसके साथ पानी निकासी के अभाव में किसानों को भारी आर्थिक नुकसान होगा। ऋण मोचन के पूर्व की ओर मुख्य मार्ग में पानी की निकासी ना होने से पानी भरा होने से संगत को आने जाने में भारी परेशानी हो रही है।
आनन फानन में किए गए कार्य अधूरे
लोक निर्माण विभाग अपने कार्य में पिछड़ता नजर आ रहा है मेले के शुभारंभ से एक दिन पूर्व भी सड़क के किनारे ब्लॉ¨कग करने का कार्य जारी रहा है। मेला के उधम ¨सह चौक के आस पास, गुर्जर महाविद्यालय के आसपास, उधम ¨सह चौक से कपालमोचन बस स्टैंड निर्माण सामग्री सड़क के किनारे बिखरी हुई थी। कछुआ गति से कार्य चल रहा था। इसके साथ साथ कुछ कार्य आनन फानन में पूरे करने से अधूरे रह गए है। ऋण मोचन सरोवर के महिला घाट के समीप सीढि़यों की हालत काफी दयनीय है जिनको आज तक दुरूस्त नही किया गया है। ऋण मोचन के पश्चिम की ओर श्राइन बोर्ड की ओर बनी दीवार को भी आने जाने वाले राहगीरों ने तोड़ दिया है। मेला प्रशासन का कहना है श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए इस मार्ग को पुलिस बेरिकेड बना कर मेले के दौरान पूरी तरह बंद रखा जाएगा।
विद्युत विभाग ने दिखाई तेजी
मेला परिसर में बिजली की आपूर्ति को लेकर विद्युत निगम के कर्मचारी दिन रात कार्य में जुटे है। प्रधान सुनील सैनी व सचिव कृष्ण कुमार ने बताया कि मेला में 6 ट्रांसफार्मर 400 केवीए व 6 ट्रांसफार्मर 200 केवीए व चार 100 केवीए के रखे गए है इसके साथ प्रत्येक सेक्टर में चार जनरेटर, लगभग 100 कर्मचारी ड्यूटी दे रहे है।
जल्द होगी पानी की निकासी
मेला प्रशासक नवीन आहुजा ने बताया कि उन्होंने मौका का दौरा कर स्थिति जायजा लिया है जल्द ही पानी की निकासी का प्रबंध करवा दिया जाएगा । श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी नहीं आने दी जाएगी