निगम के 130 नए कर्मचारियों का ठेका रद, अब एजेंसी करेगी नालों की सफाई का काम
130 नए सफाई कर्मचारियों का ठेका आखिर निगम को रद कर दिया है।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : 130 नए सफाई कर्मचारियों का ठेका आखिर निगम को रद करना ही पड़ा। नालों की सफाई व अन्य कार्यों के लिए लगे इन कर्मचारियों को बाहर कर दिया गया है। अब नालों की सफाई का काम ठेके पर दिए जाने की प्लानिग है। जब तक यह प्रक्रिया पूरी नहीं होती, तब तक निगम कर्मचारी ही यह काम देखेंगे। यहां बता दें कि गत सप्ताह भी निगम ने 130 कर्मचारियों को हटकार ठेकेदार के माध्यम से 130 नए कर्मचारी भर्ती किए थे। जिन 130 कर्मचारियों को बाहर किया गया था, वह भी निगम कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे हुए हैं। नए कर्मचारियों ने दो सप्ताह किया काम
130 पुराने कर्मचारियों को हटाकर जिन नए कर्मचारियों की भर्ती की गई थी, उन्होंने केवल दो सप्ताह ही काम किया। इस दौरान शहर की नालों की सफाई काम इन कर्मचारियों ने किया। मंगलवार देर शाम हुई निगम अधिकारियों की बैठक में इन कर्मचारियों का ठेका रद करने का निर्णय लिया गया। मतलब एक माह की अवधि में दो बार कर्मचारियों का ठेका रद किया है। अधिकारियों की यह कार्रवाई चर्चा का विषय बनी हुई है। उधर, मानसून सीजन शुरू होने वाला है। ऐसे में नालों की सफाई का काम बाधित होने की संभावना से भी इन्कार नहीं किया जा सकता। लग चुके हैं चहेतों को नौकरी पर रखने के आरोप
धरने पर बैठे कर्मचारी नौकरी से निकाले जाने के लिए मेयर को कसूरवार ठहरा रहे हैं। आरोप है कि मेयर ने उनको निकालकर अपने चहेतों को नौकरी पर रखा है। कर्मचारी 10 दिन से धरने पर बैठे हुए हैं। नपा महासचिव मांगे राम तिगरा व मुख्य संगठन सचिव जरनैल सिंह का कहना है कि जिन पुराने कर्मचारियों को नौकरी से निकाला गया है, उन्होंने कोरोना काल में अपनी जिदगी ताक पर रखकर सेवाएं दी। इसके लिए उनको बकायदा सम्मानित किया गया। लेकिन चहेतों को लाभ पहुंचाने के लिए उनके एक झटके में नौकरी से बाहर कर दिया गया। यह भी निर्णय लिया जा चुका है कि 25 जून को सभी विभागों के कर्मचारी इन कर्मचारियों के पक्ष में धरना देंगे। भविष्य की यह योजना
निगम अधिकारियों के मुताबिक नालों की सफाई का काम भविष्य में ठेके पर करवाए जाने की योजना है। इसके लिए एजेंसी को ठेका दिया जाएगा। एजेंसी खुद ही कर्मचारियों की नियुक्ति करेगी। बता दें कि निकासी के लिए ट्विन सिटी में छोटे-बड़े 32 नाले हैं। इनकी नियमित रूप से सफाई न होने की शिकायतें लगातार आ रही हैं। अधिकांश नाले शहर के बीचोबीच गुजर रहे हैं। मानसून सीजन में नाले ओवरफ्लो होकर घरों व दुकानों में पानी घुस जाता है।
गत दिनों जिन कर्मचारियों की निुयक्ति हुई थी, उनका ठेका रद कर दिया गया है। भविष्य में नालों की सफाई के काम के लिए टेंडर किया जाएगा। किसी एजेंसी को यह काम सौंपा जाएगा। तब तक निगम कर्मचारी स्वयं काम करेंगे। नालों की सफाई का काम बाधित नहीं होने दिया जाएगा।
अशोक कुमार, डिप्टी म्युनिसिपल कमिश्नर।