दिनभर बूंदाबांदी से बढ़ी ठंड, आज व कल भी बरसात के आसार
सुबह के समय शुरू हुई बूंदाबांदी शनिवार देर शाम तक जारी रही। मौसम विभाग ने 24 जनवरी तक अच्छी बरसात होने की संभावना जताई है। बूंदाबांदी से अधिकतम व न्यूनतम पारा लुढ़क गया जिससे ठंड बढ़ गई है। रही सही कसर तेज हवाओं ने पूरी कर दी। शनिवार को 21 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चली। हवाओं ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है। क्योंकि तेज हवाओं से खतरा गेहूं की फसल को है।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर :
सुबह के समय शुरू हुई बूंदाबांदी शनिवार देर शाम तक जारी रही। मौसम विभाग ने 24 जनवरी तक अच्छी बरसात होने की संभावना जताई है। बूंदाबांदी से अधिकतम व न्यूनतम पारा लुढ़क गया, जिससे ठंड बढ़ गई है। रही सही कसर तेज हवाओं ने पूरी कर दी। शनिवार को 21 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चली। हवाओं ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है। क्योंकि तेज हवाओं से खतरा गेहूं की फसल को है। खेतों में लहलहा रही गेहूं की फसल का हवा से खेतों में बिछने का खतरा है। शनिवार को जिले का अधिकतम तापमान 13 व न्यूनतम 12 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बूंदाबांदी व ठंड के कारण लोग घरों में दुबकने पर मजबूर हो गए। बाजार सूने रहे। तापमान में आएगी गिरावट:
मौसम विभाग के विशेषज्ञों के मुताबिक आगामी दिनों में तापमान में गिरावट आएगी। फिलहाल रविवार व सोमवार को भी अच्छी बरसात हो सकती है। रविवार को अधिकतम तापमान 13 व न्यूनतम 11 डिग्री तथा सोमवार को अधिकतम तापमान 14 डिग्री रहने की संभावना है। हालांकि सर्दी बढ़ने से न्यूनतम तापमान में दो डिग्री सेल्सियस की कमी देखने को मिलेगी। जबकि मंगलवार को अधिकतम तापमान 16 व न्यूनतम तापमान आठ डिग्री तक जाएगा। इस दिन धूप निकलेगी। इसके अगले दिन फिर से बादल छाने की संभावना है। दैनिक कार्य प्रभावित:
रमेश कुमार, धनी राम व सुरेश कुमार ने बताया कि सुबह से लगातार हो रही बूंदाबांदी से दैनिक कार्य प्रभावित हुए हैं। घरों से निकलना मुश्किल हो गया है। बाहर जो निर्माण कार्य चल रहे हैं वह बूंदाबांदी के कारण बंद रहे। इससे दिहाड़ी मजदूरों का काम बंद हो गया है। तीन दिन की बरसात बताई जा रही है। यदि ऐसा ही चलता रहा तीन दिन तक लोगों का काम धंधा प्रभावित रहेगा। पार्षद राम आसरे ने बताया कि बूंदाबांदी से सेक्टर की सड़कों पर पानी जमा हो गया। सेक्टर में पानी की निकासी चरमरा गई है। गेहूं में बीमारी आने का खतरा :
किसान रमेश कुमार, नरेश, सतबीर सिंह ने बताया कि इस बूंदाबांदी से गेहूं में बीमारी आने का खतरा बढ़ गया है। क्योंकि पिछले दिनों ही चार-पांच दिन तक लगातार बरसात हुई थी। तब हुई बरसात से खेत अभी तक गीले हैं। यदि अब खेतों में पानी जमा हो गया तो गेहूं में पीलापन और ज्यादा हो जाएगा। वहीं गेहूं में पीला रतुआ आने का खतरा भी बढ़ जाएगा। जिला में करीब 88 हजार हेक्टेयर पर गेहूं की फसल खड़ी है। सब्जियों की फसल को नुकसान:
जिला उद्यान अधिकारी डा. कृष्ण कुमार का कहना है कि अब बरसात होने से सब्जी को नुकसान है। सबसे ज्यादा नुकसान आलू की फसल को है। पिछले दिनों हुई बरसात से ही 30 प्रतिशत से अधिक आलू की फसल खराब हो चुकी है। इसके अलावा खेतों में खड़ी गोभी, मटर व सब्जियों की अन्य फसलों के लिए भी बारिश नुकसानदायक साबित हो रही है। किसान खेतों में पानी जमा न होने दें।