Move to Jagran APP

विद्यार्थियों ने प्रतियोगिताओं में दिखाई प्रतिभा

टीडीटीआर डीएवी इंस्टीट्यूट आफ फिजियोथेरेपी एंड रिहेबिलिटेशन में इंडियन एसोसिएशन आफ फिजियोथेरेपी वूमेन सेल के सहयोग से पोस्टर कोलाज और रंगोली मेकिग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। विद्यार्थियों ने पोस्टर के माध्यम से कोविड इसके पुनर्वास और फिजियोथेरेपी की भूमिका बारे जानकारी दी।

By JagranEdited By: Published: Sat, 11 Sep 2021 07:42 AM (IST)Updated: Sat, 11 Sep 2021 07:42 AM (IST)
विद्यार्थियों ने प्रतियोगिताओं में दिखाई प्रतिभा
विद्यार्थियों ने प्रतियोगिताओं में दिखाई प्रतिभा

जागरण संवाददाता, यमुनानगर :

loksabha election banner

टीडीटीआर डीएवी इंस्टीट्यूट आफ फिजियोथेरेपी एंड रिहेबिलिटेशन में इंडियन एसोसिएशन आफ फिजियोथेरेपी वूमेन सेल के सहयोग से पोस्टर, कोलाज और रंगोली मेकिग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। विद्यार्थियों ने पोस्टर के माध्यम से कोविड, इसके पुनर्वास और फिजियोथेरेपी की भूमिका बारे जानकारी दी। यह बताया गया कि फिजियोथेरेपी न केवल कोविड के दौरान बल्कि कोविड से ठीक होने के बाद भी लाभदायक है। इस दौरान नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत करके कोरोना महामारी की स्थिति के दौरान तनाव और चिता से निपटने के लिए जागरूक किया।

प्रिसिपल डा. हिमांशु शेखर ने कहा कि शरीर और दिमाग की सामान्य फिटनेस में सुधार, कोविड के दौरान तनाव व चिता से निपटने बारे भी बताया गया है। सामान्य फिटनेस टिप्स के साथ नियमित व्यायाम करके स्वस्थ कैसे रह सकते हैं, इस बारे भी बताया गया। इस अवसर पर सभी विजेताओं और प्रतिभागियों को ट्राफी देकर सम्मानित किया गया और ई-प्रमाण पत्र भी दिए गए। मौके पर डा. गगन, डा. अनुराग, डा. डा. रुचिका गुप्ता, डा. मुकेश, डा. हीना व अन्य उपस्थित थे। जागरण संवाददाता, यमुनानगर :

डीएवी ग‌र्ल्स कालेज के मनोविज्ञान विभाग की ओर से विश्व आत्महत्या निषेध दिवस पर राष्ट्र स्तरीय स्लोगन लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रिसिपल डा. आभा खेतरपाल व मनोविज्ञान विभाग अध्यक्ष शालिनी छाबड़ा ने संयुक्त रूप से कार्यक्रम की अध्यक्षता की। शालिनी छाबड़ा ने बताया कि लोगों को आत्महत्या से रोकने तथा जागरूक करने के लिहाज से 10 सितंबर को विश्व आत्महत्या निषेध दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष की थीम कार्रवाई के माध्यम से आशा पैदा करना रखी गई है। उन्होंने बताया कि विश्व में हर सेकेंड कोई न कोई व्यक्ति मौत को गले लगाने का प्रयास करता है। बिना सोचे समझे जान का दुश्मन बन जाता है। समय से पहले जीवन को समाप्त कर लेता है। आज विश्व में आत्महत्या ने भयानक रूप धारण कर लिया है। इस दिवस का मुख्य उद्देश्य लोगों को जागरूक करना है। ताकि वे जीवन को सृजनात्मक कार्य में लगाकर देश की उन्नति में सहयोग कर सकें। प्रतियोगिता में 84 प्रतिभागियों ने भाग लिया। जिसमें डीएवी ग‌र्ल्स कॉलेज की दीक्षा व निधि ने क्रमश: पहला व दूसरा स्थान अर्जित किया। डा. गणेश दास डीएवी एजुकेशन फार वुमेन करनाल की छात्रा सिमरन ने तीसरा स्थान हासिल किया। जीएनजी कालेज यमुनानगर की छात्रा सुखप्रीत कौर व राजकीय महाविद्यालय अंबाला कैंट की छात्रा जैसलीन कौर ने संयुक्त रूप से सांत्वना पुरस्कार अर्जित किया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.