200 स्टालों में प्रदर्शित होगी ग्रामीण कला, सरस मेला 9 से
आयोजन ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से किया जा रहा है। मेले का मुख्य उदेश्य देश के अलग-अलग राज्यों में ग्रामीण क्षेत्र में लोगों द्वारा पारम्परिक तरीके से तैयार किए जाने वाले दैनिक जरूरत और कला पर आधारित उत्पादों का प्रदर्शन करना है। मेले से जहां जिलावासियों को पूरे देश के ग्रामीण कलाकारों दस्तकारों व हस्त शिल्पकारों के हुनर को समझने व देखने का अवसर मिलेगा वहीं इन कलाकारों के उत्पादों के प्रचार-प्रसार व विपणन के लिए एक प्रभावी मंच भी उपलब्ध हो
जागरण संवाददाता, यमुनानगर: 9 से 20 फरवरी तक नई अनाजमंडी में सरस मेले का आयोजन हुआ। इसके सफल आयोजन और आवश्यक प्रबंधों के लिए डीसी मुकुल कुमार ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि मेले से संबंधित जिस विभाग का जो दायित्व है, वह सभी कार्य समय से पूरा करें। मेले में शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के अधिक से अधिक लोगों को शामिल करने के निर्देश दिए। इस आयोजन के ओवरऑल इंचार्ज एडीसी केके भादू हैं। नोडल अधिकारी राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक देवेंद्र शर्मा है।
डीसी मुकुल कुमार ने बताया कि प्रतिभागियों के मनोरंजन के लिए मुख्य मंच पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। इसके अलावा सरस मेले में आने वाले लोगों के लिए फूड कोर्ट स्थापित किया।