एंबुलेंस की व्यवस्था देखने के लिए एसपी ने कराई मॉक ड्रिल, दो में नहीं मिला फर्स्ट एड बॉक्स व हेल्पर
एंबुलेंस की व्यवस्था देखने के लिए एसपी कमलदीप गोयल के निर्देश पर म
जागरण संवाददाता, यमुनानगर :
एंबुलेंस की व्यवस्था देखने के लिए एसपी कमलदीप गोयल के निर्देश पर मॉक ड्रिल कराई गई। जिसमें चार अलग-अलग प्वाइंटों पर एंबुलेंसों को कॉल कर बुलाया गया। हालांकि दो एंबुलेंस में फर्स्ट एड बॉक्स नहीं मिला। दैनिक जागरण ने समय से एंबुलेंस न पहुंचने का मामला प्रकाशित किया था। इसके बाद यह मामला रोड सेफ्टी की बैठक भी उठा।
रोड सेफ्टी की बैठक में काउंसिल के सदस्य सुशील कुमार आर्य ने भी इसका समर्थन किया था। सुशील कुमार आर्य ने कहा था कि अक्सर एंबुलेंस समय से नहीं पहुंचती। जिस पर एसपी कमलदीप गोयल ने भी माना था कि कुछ दिक्कत है। इस संबंध में मॉक ड्रिल कराने का निर्णय लिया गया था। इसके तहत ही सुशील कुमार आर्य की देखरेख में यह मॉक ड्रिल कराई गई। इन जगहों पर हुई मॉक ड्रिल
चार अलग-अलग जगहों पर मॉक ड्रिल कराई गई थी। इनमें भंभौली बस स्टैंड क्रॉसिग पर आठ बजकर 41 मिनट पर एंबुलेंस को बुलाया गया। जो 24 मिनट में पहुंची। एंबुलेंस में न तो फर्स्ट एड बॉक्स था और न ही हेल्पर था। सुढैल क्रॉसिग पर भी आठ बजकर 41 मिनट पर एंबुलेंस को बुलाया गया। यहां एंबुलेंस निर्धारित समय 14 मिनट में पहुंची। फर्स्ट एड व हेल्पर टीएमटी भी एंबुलेंस में था। एमटी करेहडा जठलाना रोड क्रोसिग पर आठ बजकर 39 मिनट पर एंबुलेंस के लिए कॉल की गई। पीएचसी नाहरपुर से नौ मिनट में एंबुलेंस पहुंची। इसी तरह से पाबनी बस स्टैंड पर आठ बजकर 40 मिनट पर कॉल की गई। 20 मिनट बाद एंबुलेंस पहुंची। हालांकि एंबुलेंस में न तो फर्स्ट एड था और न ही हेल्पर टीएमटी था। एसपी कमलदीप गोयल ने बताया कि रोड सेफ्टी की बैठक में एंबुलेंस के समय से न पहुंचने का मामला उठा था। इसलिए ही यह मॉक ड्रिल कराई गई। कुछ खामियां मिली हैं। इन्हें दूर करने के लिए सिविल सर्जन को कहा गया है। हमारी कोशिश है कि सड़कों पर हादसे कम से कम हो।