जम्मू की शॉल, असम के बांस उत्पाद, टेराकोटा की मूर्तिया हस्तशिल्प मेले का होंगी आकर्षण
जगाधरी अनाज मंडी में 9 से 20 फरवरी तक लगाए जा रहे सरस हस्तशिल्प मेला 2020 देश के विभिन्न राज्यों की संस्कृति से रूबरू होने का मौका मिलेगा।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के सहयोग से जगाधरी अनाज मंडी में 9 से 20 फरवरी तक लगाए जा रहे सरस हस्तशिल्प मेला 2020 देश के विभिन्न राज्यों की संस्कृति से रूबरू होने का मौका मिलेगा। भव्य प्रदर्शनी में 250 से अधिक स्टालों पर विभिन्न राज्यों के पारंपरिक ग्रामीण कलाकार और हस्तशिल्पकार अपना उत्पाद प्रदर्शनी में सजाएंगे। जिलावासियों को एक ही स्थान पर उत्पाद देखने व खरीदने का अवसर मिलेगा। मेले का उद्घाटन 9 फरवरी को तीन बजे शिक्षा व पर्यटन मंत्री कंवरपाल करेंगे। स्कूल के छात्रों व कलाकारों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे। हर रोज शाम को होंगे सांस्कृति कार्यक्रम :
हस्तशिल्प मेला में प्रतिदिन शाम को पांच बजे सांस्कृतिक संध्या आयोजित की जाएगी। जिसमें स्कूल, कॉलेज के विद्यार्थी, प्रदेश के विख्यात कलाकार दर्शकों का मनोरंजन करेंगे। एडीसी भारत भूषण कौशिक व एसडीएम बिलासपुर नवीन आहूजा को मेला अधिकारी की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्होंने बताया कि मेले के सभी प्रबंध अंतिम चरण में हैं। बाहर से आने वाले कलाकारों व शिल्पकारों के ठहरने व यातायात इत्यादि की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। मेले में ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार के माध्यम से देश के सभी प्रमुख राज्यों के कलाकारों व शिल्पकारों को आमंत्रित किया गया है। एक मंच पर दिखेगी देश की संस्कृति :
मेले में पारंपरिक व हस्तशिल्प के अलग-अलग रंग देखने को मिलेंगे। इसके अलावा जम्मू की शॉल, जैकेट, असम राज्य के बांस से बने घरेलू साज-सज्जा व दैनिक उपयोग के अन्य उत्पाद, गोरखपुर की टेराकोटा की मूर्तियां, लखनऊ की प्रसिद्ध हस्तशिल्प के साथ-साथ विभिन्न स्वयं सहायता समूह द्वारा अपनी पारंपरिक कला के आधार पर तैयार किए गए आकर्षक उत्पाद इस मेले का विशेष आकर्षण रहेंगे। डीसी मुकुल कुमार ने बताया कि यह मेला प्रतिवर्ष एक जिला में आयोजित किया जाता है। अब से पूर्व पंचकूला और अंबाला जिलों में सरस मेले आयोजित किए जा चुके हैं। इस वर्ष मेले की मेजबानी के लिए यमुनानगर जिला को चुना गया है। प्रदर्शनी में जो सामान रखा जाएगा उसे लोग खरीद भी सकेंगे।