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सीनियर सिटीजनों ने पेंशन से की पार्क में हरियाली, प्रशासन ने नहीं सुनी तो आए आगे

जब प्रशासन ने पार्क को लेकर कोई मदद जब प्रशासन ने पार्क को लेकर कोई मदद नहीं की तो सरोजनी कॉलोनी के लोग खुद आगे आए। न केवल पार्क को विकसित किया बल्कि फूलों के पौधे भी रोपित किए। इस पार्क में आधा दर्जन कॉलोनी के लोग सुबह शाम की सैर करने आते हैं। कांटेदार झाड़ियां उगी थी पार्क वाली जमीन पर कांटेदार झाड़ियां उगी थी। जहरीले जीवों से कॉलोनी के लोग परेशान थे। कॉलोनी के आसपास सैर करने की कोई जगह भी नहीं थी। बार बार प्रशासन व सरकार को पार्क विकसित करने के लिए लेटर लिखें गए।अधिकरियों से मिला भी गया।आश्वासन के लिए सिवाए सरकारी सिस्टम से कुछ हाथ नहीं लगा। सरकारी तंत्र से हारकर तीन सीनियर सिटीजन सोमनाथ, विजय बक्शी व मदन लाल पार्क को विकसित करने के लिए आगे आए। आज यहां फूलों के पौधे लगे हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 21 Sep 2018 01:25 AM (IST)Updated: Fri, 21 Sep 2018 01:25 AM (IST)
सीनियर सिटीजनों ने पेंशन से की पार्क में हरियाली, प्रशासन ने नहीं  सुनी तो आए आगे
सीनियर सिटीजनों ने पेंशन से की पार्क में हरियाली, प्रशासन ने नहीं सुनी तो आए आगे

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : जब प्रशासन ने पार्क को लेकर कोई मदद नहीं की तो सरोजनी कॉलोनी के लोग खुद आगे आए। न केवल पार्क को विकसित किया बल्कि फूलों के पौधे भी रोपित किए। इस पार्क में आधा दर्जन कॉलोनी के लोग सुबह शाम की सैर करने आते हैं।

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कांटेदार झाड़ियां उगी थी

पार्क वाली जमीन पर कांटेदार झाड़ियां उगी थी। जहरीले जीवों से कॉलोनी के लोग परेशान थे। कॉलोनी के आसपास सैर करने की कोई जगह भी नहीं थी। बार बार प्रशासन व सरकार को पार्क विकसित करने के लिए लेटर लिखें गए।अधिकरियों से मिला भी गया।आश्वासन के लिए सिवाए सरकारी सिस्टम से कुछ हाथ नहीं लगा। सरकारी तंत्र से हारकर तीन सीनियर सिटीजन सोमनाथ, विजय बक्शी व मदन लाल पार्क को विकसित करने के लिए आगे आए। आज यहां फूलों के पौधे लगे हैं।

हर आयु का रखा गया ध्यान

इसमें हर उम्र के लोगों की सुविधा का ध्यान रखा गया। अब श्रीराम पार्क में सरोजनी कॉलोनी के अलावा बैंक कॉलोनी, विकास नगर, लक्ष्मी नगर, विशाल नगर, चोपड़ा गार्डन, गो¨वदपुरी सहित कई कॉलोनी के लोग सुबह शाम सैर करने आते हैं। पार्क के महासचिव रिटायर्ड फौजी विजय बक्शी बताते है कि दो साल पहले की बात है कि जब सरकारी सुविधा नहीं मिली तो उन्होंने मदन लाल व सोमनाथ के साथ मिलकर झाड़ियां काटना शुरू कर दिया। सफाई होने के बाद और सीनियर सिटीजन उनसे जुड़ने लगे। तब उन्होंने श्रीराम पार्क एसोसिएशन रजिस्टर्ड कराई। अब उनके साथ 30 सक्रिय सीनियर सिटीजन हैं। बक्शी का कहना है कि पार्क में बच्चों के लिए झूले, ट्रैक, बैंच, ग्रीनरी, व छायादार पौधे लगाए हुए है। हर माह देखरेख पर होने वाले 10 से 12 हजार रुपए भी खुद ही एकत्र करते हैं।

भजन भी चलते है सुबह शाम

श्रीराम पार्क में भगवान श्रीराम व हनुमान की प्रतिमा स्थापित की हुई है। पार्क में आने वाले सुबह शाम सैर के धार्मिक धुन भी सुनते है। सैर करने से शरीर निरोगी और धार्मिक धुन सुनने से मानसिक तनाव कम होता है।


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