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सड़क चौड़ी करने के लिए उखाड़ी 45 लाख से लगी टाइलें

अनाज मंडी व सचिवालय के सामने लगाई गई इंटरलॉक टाइलों को अब उखाड़ रहे हैं। इन टाइलें पर नगर निगम ने करीब 45 लाख रुपये खर्च किए थे।

By JagranEdited By: Published: Sun, 28 Mar 2021 07:32 AM (IST)Updated: Sun, 28 Mar 2021 07:32 AM (IST)
सड़क चौड़ी करने के लिए उखाड़ी 45 लाख से लगी टाइलें
सड़क चौड़ी करने के लिए उखाड़ी 45 लाख से लगी टाइलें

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : कैल से कलानौर गांव तक पुराना नेशनल हाईवे को चौड़ा किया जा रहा है। इसके लिए अनाज मंडी व सचिवालय के सामने लगाई गई इंटरलॉक टाइलों को अब उखाड़ रहे हैं। इन टाइलें पर नगर निगम ने करीब 45 लाख रुपये खर्च किए थे। उखाड़ने के बाद इन टाइलों का क्या होगा, इस बारे में किसी को कुछ नहीं पता। जब ये टाइलें लगाई गई थी, तब भी पाषर्दो ने विरोध किया था। उनका कहना है कि जब सड़क को चौड़ा किया जाना है तो अब इंटरलॉक टाइल क्यों लगाई जा रही हैं। पार्षद इसके पीछे भ्रष्टाचार होने की बात कर रहे हैं।

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10 मीटर चौड़ी होनी है सड़क

कैल-कलानौर तक 23 किलोमीटर सड़क सात मीटर चौड़ी है। इस पर 45 करोड़ रुपये खर्च होने हैं। पहले यह परियोजना पेड़ों की कटाई न अनुमति न मिलने की वजह से लटकी रही। मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने दशहरा ग्राउंड में आयोजित एक समारोह में इस सड़क को चौड़ा करने की घोषणा की थी। नया बाइपास बनने के बाद यह रोड अब पीडब्ल्यूडी को ट्रांसफर हो चुका है। जहां पर यह रोड सात मीटर चौड़ा है वहां पर चौड़ाई 10 मीटर की जाएगी। जहां पर 10 मीटर है वहां उसे फोरलेन किया जाएगा। रोड फोरलेन होने से लोगों को काफी राहत मिलेगी।

पीडब्ल्यूडी की सड़क पर निगम ने लगाई टाइल : पार्षद रिया व पार्षद देवेंद्र सिंह का कहना है कि यह सड़क पीडब्ल्यूडी की है। पीडब्ल्यूडी के पास अपनी सड़कों को चौड़ा करने के लिए पर्याप्त फंड होता है। फिर नगर निगम के फंड से इस सड़क पर टाइलें क्यों लगवाई गई। जब हाउस की बैठक में पार्षद कोई काम करने को कहते हैं तो निगम अधिकारी पैसा न होने का बहाना बनाते हैं। जब निगम के पास फंड की कमी है तो दूसरी सड़कों पर पैसा क्यों बर्बाद किया जा रहा है। टाइल लगाने से पहले ही सीएम इस सड़क को चौड़ा करने की घोषणा कर चुके थे। टाइलें लगाकर सड़कें चौड़ी करने की आड़ में भ्रष्टाचार का बड़ा खेल खेला जा रहा है। इसकी विजिलेंस या दूसरी एजेंसी से जांच करानी चाहिए।

पहले उखाड़ीं टाइलें कहां गई, इसका आज तक पता नहीं चला : निर्मल चौहान

पार्षद निर्मल चौहान ने बताया कि यमुनानगर-रादौर रोड पर करीब पांच साल पहले 60 लाख रुपये की इंटरलॉक टाइलें सड़क के दोनों तरफ जोड़ियां नाका तक लगाई गई थी। अधिकारियों ने तीन साल पहले सारी टाइलें उखाड़ दी और सड़क को चौड़ा कर दिया। ये 60 लाख की टाइलें कहां गई, इसका आज तक पता नहीं चला। इन टाइलों को निगम के स्टोर में भी जमा नहीं कराया गया। अब सचिवालय के सामने से टाइलों को उखाड़ रहे हैं। यह बहुत बड़ा भ्रष्टाचार है। इसकी जांच होनी चाहिए। पता कराता हूं क्या मामला है : मदन चौहान

नगर निगम के मेयर मदन चौहान का कहना है कि सड़क किनारे लगी टाइलें उखाड़ने का मामला मेरी जानकारी में नहीं है। यह टाइलें मेरा कार्यकाल शुरू होने से पहले लगी हैं। निगम के फंड से टाइल क्यों लगाई गई, इसकी जांच करवाएंगे। रादौर रोड से उखाड़ी गई टाइलें कहां गई। इस बारे में अधिकारियों से पता किया जाएगा।


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