पुलिस के खिलाफ धरना देंगे रोजी के परिजन
परिजनों ने पुलिस के खिलाफ धरना देने का निर्णय लिया है। इसके लिए सोशल मीडिया पर भी कैंपेन चल रहा है। जिसमें राजेंद्र सिक्का की भी गिरफ्तारी की मांग उठ रही है।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : स्टोन क्रशर संचालक राजेंद्र सिक्का की पुत्रवधु 26 वर्षीय रोजी की हत्या के मामले में अब तक की पुलिस की जांच से परिजन संतुष्ट नहीं हैं। परिजनों ने पुलिस के खिलाफ धरना देने का निर्णय लिया है। इसके लिए सोशल मीडिया पर भी कैंपेन चल रहा है। जिसमें राजेंद्र सिक्का की भी गिरफ्तारी की मांग उठ रही है।
सोशल मीडिया पर भाजपा युवा नेता मोहित गर्ग नाम के युवक ने पोस्ट करते हुए लिखा कि रोजी सिक्का मर्डर केस में पुलिस प्रशासन चुप क्यों है। जिस पर काफी कमेंट आए हैं और पुलिस के खिलाफ आंदोलन शुरू करने को लेकर लोग जुड़ रहे हैं। उधर, डिटेक्टिव स्टाफ के इंचार्ज जयपाल आर्य ने बताया कि अभी कोर्ट की छुट्टी है। कोर्ट खुलने के बाद नौकर को प्रोडक्शन रिमांड पर लिया जाएगा। उससे दोबारा पूछताछ की जाएगी। इसके बाद ही आगे कार्रवाई होगी। मोहित गर्ग ने ये डाली पोस्ट, आने लगे कमेंट
सोशल मीडिया पर बीजेपी नेता मोहित गर्ग ने पोस्ट डाली। इस पोस्ट पर अलग-अलग कमेंट आए हैं। मोहित गर्ग ने जवाब में लिखा है कि हम छछरौली वासियों को शर्म आनी चाहिए, हमारी बहन थी वो। गौरव पाहवा नाम के युवक ने लिखा कि इतने बड़े केस में पुलिस राजेंद्र सिक्का को अरेस्ट नहीं कर रही है। अंशुल अंटवाल ने लिखा कि हम साथ चलने को तैयार हैं। जिसके जवाब में मोहित लिखते हैं कि बिना किसी दबाव के आपको दिनांक जल्द ही बता दी जाएगी। अरुण पंवार लिखते हैं कि मोहित भाई आप डेट फिक्स कीजिए हम तैयार हैं चलने के लिए। फिर मोहित गर्ग का कमेंट है कि जब हम लोग राजनीति के लिए समय निकाल सकते हैं, इंसाफ के लिए क्यों नहीं। मनप्रीत पुंज लिखते हैं कि पुलिस को भी रिश्वत दे दी गई होगी, तभी इस केस का अभी तक कुछ नहीं हुआ। शुरू-शुरू में ही हलचल थी। नौकर पकड़ने के बाद पुलिस भी आराम से बैठ गई। काफी लोगों ने इस पोस्ट को शेयर भी किया। पुलिस दबाव में, नहीं कर रही कार्रवाई
मृतका के पिता जनकराज ने बताया कि पुलिस की अब तक की कार्रवाई से हम संतुष्ट नहीं हैं। डिटेक्टिव स्टाफ के पास भी पोस्टमार्टम रिपोर्ट लेने के लिए गए थे। इस दौरान आरोपित राजेंद्र सिक्का की गिरफ्तारी के बारे में बात हुई तो इंचार्ज ने कहा कि उन्होंने अभी कार्यभार संभाला है। एफआइआर पढ़ ली है। इसके बारे में एसपी साहब से बात की है। जनकराज ने कहा कि यदि जल्द ही आरोपित की गिरफ्तारी नहीं होती है तो हम धरना भी देंगे। हमारा तो घर ही उजड़ गया, लोगों को कहने के लिए बातें मिल रही
मृतका रोजी के पति दीपांशु का कहना है कि दस लाख रुपये की बात गलत है। अब 18-20 दिन बाद वह कह रहे हैं। यदि ऐसी बात होती तो वह पहले दिन ही बताते। अब तो कोई कुछ भी कहता रहे। हमारा घर उजड़ गया। लोगों को बातें मिल रही कहने के लिए। हमें ही पता है कि हमारा क्या नुकसान हुआ है। केस की पुलिस जांच कर रही है। यदि बुलाया जाता है तो हम चले जाते हैं। यह हुई थी वारदात
गत 16 मई को न्यू जैन नगर में स्टोन क्रशर संचालक राजेंद्र सिक्का की पुत्रवधु रोजी की हत्या हो गई थी। पुलिस ने नौकर राजेश को गिरफ्तार किया। पहले उसके हवाले से पुलिस ने पर्दाफाश किया कि नौकर ने भरपेट खाना न मिलने की वजह से उसकी हत्या की। यह कहानी परिजनों के गले नहीं उतरी। इसके बाद फिर से नौकर का दो दिन का रिमांड लिया गया। जब रिमांड पूरा हुआ तो पुलिस ने फिर नौकर के हवाले से नई कहानी सुनाई। जिसमें कहा गया कि नौकर ने राजेंद्र सिक्का के कहने पर हत्या की। इसके बाद आरोपित नौकर को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। परिजनों ने बदलवाई जांच
सीआइए टू ने आरोपित नौकर राजेश को गिरफ्तार कर पर्दाफाश किया था। इससे परिजन संतुष्ट नहीं थे। उन्होंने किसी दूसरे स्टाफ से जांच करवाने की मांग रखी। दबाव बढ़ने पर एसपी कुलदीप सिंह ने डिटेक्टिव स्टाफ को जांच ट्रांसफर कर दी थी। इस दौरान इंचार्ज मेहर चंद थे, लेकिन अब उनका भी तबादला हो गया। उनके स्थान पर जयपाल आर्य को इंचार्ज बनाया गया है। अब वहीं इस केस की जांच कर रहे हैं।
गत तीन जून को मृतका रोजी के पिता छछरौली के खेड़ा मोहल्ला निवासी जनकराज भी एसपी से मिले थे। उन्होंने कहा था कि नौ मई को रोजी के पति दीपांशु ने अपने मोबाइल से उन्हें फोन कर 10 लाख रुपये की मांग की थी। 16 मई को सुबह 11 बजे दीपांशु ने फोन कर दोबारा 10 लाख रुपये मांगे। उस वक्त भी उनके पास रुपये नहीं थे। कुछ घंटे बाद ही उनके पास रोजी का मर्डर होने का फोन आ गया। यहां पर परिजनों ने सीबीआइ जांच की मांग उठाई थी, लेकिन एसपी ने डिटेक्टिव स्टाफ से जांच करवाने की बात कह दी थी।