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10 दिन में सड़कों की मरम्मत करके रिपोर्ट दें अधिकारी, डीसी ने दिए निर्देश

बारिश के कारण शहर की सड़कों की हालत बद से बदतर हो चुकी है। डीसी पार्थ गुप्ता ने संज्ञान लेते हुए आयुक्त नगर निगम यमुनानगर-जगाधरी कार्यकारी अभियंता लोक निर्माण विभाग जगाधरी व नारायगढ कार्यकारी अभियंता पंचायती राज यमुनानगर परियोजना निदेशक एनएचएआइ पंचकूला व प्रबंधक एचएसआइआइडीसी मानकपुर को आदेश दिए कि अपने-अपने विभाग से संबंधित सभी सड़कों की मरम्मत करा कर 10 दिन में रिपोर्ट भिजवाना सुनिश्चित करें।

By JagranEdited By: Published: Fri, 28 Jan 2022 01:09 AM (IST)Updated: Fri, 28 Jan 2022 01:09 AM (IST)
10 दिन में सड़कों की मरम्मत करके रिपोर्ट दें अधिकारी, डीसी ने दिए निर्देश
10 दिन में सड़कों की मरम्मत करके रिपोर्ट दें अधिकारी, डीसी ने दिए निर्देश

जागरण संवाददाता, यमुनानगर :

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बारिश के कारण शहर की सड़कों की हालत बद से बदतर हो चुकी है। डीसी पार्थ गुप्ता ने संज्ञान लेते हुए आयुक्त नगर निगम यमुनानगर-जगाधरी, कार्यकारी अभियंता लोक निर्माण विभाग जगाधरी व नारायगढ, कार्यकारी अभियंता पंचायती राज यमुनानगर, परियोजना निदेशक एनएचएआइ पंचकूला व प्रबंधक एचएसआइआइडीसी मानकपुर को आदेश दिए कि अपने-अपने विभाग से संबंधित सभी सड़कों की मरम्मत करा कर 10 दिन में रिपोर्ट भिजवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जनता को सडकों में गड्ढे पड़ जाने के कारण यातायात के दौरान असुविधा का सामना करना पड रहा है जिसके कारण कोई अप्रिय घटना घट सकती है। बता दें कि 10 जनवरी के अंक दैनिक जागरण की ओर से संबंधित समाचार को प्रमुखता से प्रकाशित किया गया था। गुणवत्ता पर उठ रहे सवाल

नगर निगम एरिया की सड़कों को गड्ढों से मुक्त करने के लिए गत माह अधिकारियों ने 22 लाख 47 हजार रुपये खर्च किए हैं। बावजूद इसके गड्ढों की भरमार है। न केवल आउटर के वार्डों में बल्कि शहर के पाश एरिया में सड़कों का बुरा हाल है। माडल टाउन जैसे पाश एरिया में वाहन चालक हिचकोले भर रहे हैं। व्यवस्था को कोस रहे हैं। रही कसर अब बारिश ने पूरी कर दी है। गत दिनों जो गड्ढे भरे थे उनसे बजरी भी बाहर आ गई है। नवंबर माह में नगर निगम ने शहर के 22 वार्डों को गड्ढा मुक्त करने का निर्णय लिया। इसके लिए शालमेक रेडीमिक्स बिटूमिन मेटेरियल (पहले से बना हुआ तारकोल मिक्स बजरी मेटेरियल) से सड़कों का पेचवर्क के लिए टेंडर लगाया गया था। शुरु से ही पार्षद ठेकेदार के कार्य से पार्षद नाखुश रहे हैं। आरोप है कि गड्ढे भरने में महज खानापूर्ति हुई है। बड़े गड्ढों के बीच बिटूमिन के छोटे-छोटे टांके लगाकर इतिश्री कर ली गई है। माडल टाउन जैसे पाश एरिया में गड्ढे भरने का काम तसल्ली से नहीं किया गया। टूटी सड़कों के कारण हो रहे हादसे

निगम एरिया के साथ-साथ पीड्ब्ल्यूडी की सड़कें भी दुरुस्त नहीं है। जोड़ियो नाके के पास एसके रोड पर बड़े-बड़े गड्ढे हादसों का कारण बन रहे हैं। इस मार्ग पर वाहनों का तांता लगा रहता है। शहर में आने-जाने वालों के साथ-साथ उप्र व दिल्ली जाने के लिए इस मार्ग से होकर गुजरते हैं। शहर की बात की जाए तो ट्रैफिक पार्क रोड, गोबिदपुरी रोड, कैप्शन चौक से शक्ति नगर रोड सहित शहर के विभिन्न वार्डों की अधिकांश सड़कों में गड्ढों की भरमार है।

वार्ड आठ में 110 कट्टे लगे, सड़कें फिर भी बदहाल :

पार्षद विनोद मरवाह के मुताबिक वार्ड नंबर आठ में शालमेक रेडीमिक्स बिटूमिन के 110 कट्टे लगे हैं। बावजूद इसके सड़कों में गड्ढों की भरमार है। शुरुआती दौर में ही इसकी शिकायत निगम अधिकारियों को दी जा चुकी है। उनका कहना है कि पेचवर्क के नाम पर भ्रष्टाचार हुआ है। अधिकांश सड़कें टूटकर बिखर चुकी हैं। उनका कहना है कि इस मामले की जांच गहनता की जाए। क्योंकि मरम्मत के नाम पर पैसे का दुरुपयोग हुआ है। चिताजनक बात यह है कि सड़कों की मरम्मत के समय निगम अधिकारी जांच की जहमत तक नहीं उठाते।


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